बिहार में एक ओर सुखा तो दूसरी ओर बाढ़ का खतरा, उत्तर में कई नदियां उफान पर

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ANI
अंकित सिंह । Aug 2 2022 6:22PM

नेपाल से आने वाली नदियां भी अब उफान पर जाती दिखाई दे रही हैं। बिहार के जल संसाधन विभाग के मंत्री संजय कुमार झा ने बताया है कि नेपाल से आने वाली गंडक, कोसी, बागमती और कमला बालन नदियों को लेकर हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। इन नदियों ने कुछ इलाके में खतरे के निशान को पार कर लिया है।

पिछले दो महीनों में देखें तो बिहार में बारिश काफी कम रही। यही कारण रहा कि धान की रोपाई समय पर नहीं शुरू हो पाई। इन सब के बीच अब उत्तर बिहार में लगातार बारिश हो रही है। हालांकि, दक्षिण बिहार में अभी भी सूखा का खतरा मंडरा रहा है। उत्तर बिहार में अगर इसी तरह की बारिश होती रही तो आने वाले दिनों में बाढ़ का खतरा बढ़ सकता है। वहीं, नेपाल से आने वाली नदियां भी अब उफान पर जाती दिखाई दे रही हैं। बिहार के जल संसाधन विभाग के मंत्री संजय कुमार झा ने बताया है कि नेपाल से आने वाली गंडक, कोसी, बागमती और कमला बालन नदियों को लेकर हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। इन नदियों ने कुछ इलाके में खतरे के निशान को पार कर लिया है। 

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झा के मुताबिक वह व्यक्तिगत रूप से स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। नेपाल में भारी बारिश की वजह से विभिन्न राज्यों में भी जलस्तर बढ़ गया है। वहीं उत्तर बिहार में पिछले 5-7 दिनों से लगातार बारिश जारी है। आने वाले दिनों में और भी कई इलाकों में बारिश का खतरा बताया जा रहा है। इसी वजह से अब मैदानी इलाकों में पानी भरने का खतरा उत्पन्न हो गया है। हालांकि, आखिरी अगस्त और सितंबर के दौरान उत्तर बिहार तथा पूर्वोत्तर राज्यों के अन्य हिस्सों में बारिश में कमी बनी रह सकती है। वहीं, दक्षिण बिहार में अभी भी बुखार की स्थिति है। इन इलाकों में खेती का काम अब तक शुरू नहीं हो पाया है। आने वाले दिनों में इन क्षेत्रों में स्थिति और भी भयानक हो सकती है। यही कारण है कि सरकार ने इसको लेकर तैयारियां शुरू कर दी है।

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फिलहाल उत्तर बिहार और राज्य के सीमांचल इलाके में कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही है जिस कारण सीमावर्ती इलाकों के कई जिले बाढ़ आने का खतरा पैदा हो गया है। सभी संबंधित अधिकारियों को स्थिति पर बारीकी से नजर रखने और तटबंधों पर निगरानी रखने के लिए कहा गया है। वाल्मीकिनगर बैराज में सोमवार को जल स्तर 264000 क्यूसेक था और यह लगातार बढ़ रहा है। गंडक नदी का जलस्तर भी बढ़ रहा है इसलिए अधिकारियों को सतर्क कर दिया गया है। सुपौल जिले के बीरपुर स्थित कोसी बैराज में सोमवार को जलस्तर 181115 क्यूसेक था और यह लगातार बढ़ रहा है। कमला बालन का जलस्तर सोमवार को जयनगर:67.94 मीटरः और झंझारपुर:51.05 मीटरः खतरे के निशान से ऊपर दर्ज किया गया। इसी तरह बागमती नदी बेनीबाद:48.69 मीटरः और सोनाखान:68.98 मीटरः में खतरे के निशान से ऊपर बह रही थी। बिहार में एक जून से 31 जुलाई तक 306.9 मिमी बारिश हुई है जो कि पिछले साल इसी अवधि की तुलना में कम:503.8 मिमीः है।

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