प्रोत्साहन पैकेज समाज के सभी वर्गों को मदद पहुंचाने के प्रयासों की दिशा में उठाया गया कदम: मोदी
ताजा प्रोत्साहनों में अतिरिक्त उर्वरक सब्सिडी तथा विनिर्माण इकाइयों के लिए पहले घोषित की जा चुकी उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना शामिल है। इन सभी प्रोत्साहन उपायों को मिलाकर लॉकडाउन की घोषणा के बाद से अब तक घोषित कुल राहत पैकेज की राशि करीब 30 लाख करोड़ रुपये यानी सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 15 प्रतिशत तक पहुंच चुकी है।
मालूम हो कि सीतारमण ने बृहस्पतिवार को अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहनों की एक और खुराक का एलान किया। आवास क्षेत्र में कुछ चुनिंदा बिक्री सौदों पर राहत की घोषणा की गई वहीं,छोटे कारोबारियों के लिए पहले से चल रही ऋण गारंटी सुविधा कार्यक्रम की अवधि इस वित्त वर्ष के अंत तक बढ़ा दी गई है। इसके साथ ही लोगों को रोजगार देने वाले उद्योगों को भविष्य निधि सहायता उपलब्ध कराने की घोषणा की गई है।Today’s Aatmanirbhar Bharat Package continues our efforts to help all sections of society. These initiatives will help in creating jobs, alleviate stressed sectors, ensure liquidity, boost manufacturing, energise real-estate sector & support farmers. https://t.co/lBbDdebk1W
— Narendra Modi (@narendramodi) November 12, 2020
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ताजा प्रोत्साहनों में अतिरिक्त उर्वरक सब्सिडी तथा विनिर्माण इकाइयों के लिए पहले घोषित की जा चुकी उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना शामिल है। इन सभी प्रोत्साहन उपायों को मिलाकर लॉकडाउन की घोषणा के बाद से अब तक घोषित कुल राहत पैकेज की राशि करीब 30 लाख करोड़ रुपये यानी सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 15 प्रतिशत तक पहुंच चुकी है। वित्त मंत्री द्वारा आज घोषित प्रोत्साहनों में रियल एस्टेट डेवलपर और ठेकेदारों के लिए अतिरिक्त वित्तपोषण, एक नई रोजगार प्रोत्साहन योजना और ग्रामीण रोजगार के लिए अतिरिक्त व्यय शामिल है।
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