भारत ने अपनाया चिप-बेस्ड ई-पासपोर्ट, 2025 मिड तक पूरे देश में मिलेगी ये सुविधा

ई-पासपोर्ट पहचान सत्यापन को और अधिक कुशल बना देगा, साथ ही धोखाधड़ी के खिलाफ बेहतर सुरक्षा प्रदान करेगा।
पासपोर्ट सेवा कार्यक्रम (PSP) संस्करण 2.0 के हिस्से के रूप में विदेश मंत्रालय ने ई-पासपोर्ट पहल शुरू की है। यह न केवल भारत की पासपोर्ट प्रणाली के आधुनिकीकरण की दिशा में एक बड़ा कदम है, बल्कि पासपोर्ट धारकों के डेटा के दोहराव से बचने में भी मदद करेगा। ई-पासपोर्ट पहचान सत्यापन को और अधिक कुशल बना देगा, साथ ही धोखाधड़ी के खिलाफ बेहतर सुरक्षा प्रदान करेगा।
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ई-पासपोर्ट क्या है?
ई-पासपोर्ट पारंपरिक कागजी दस्तावेज़ों का एक संयोजन है जिसमें एक सुरक्षित, इलेक्ट्रॉनिक चिप होती है जिसमें व्यक्तिगत और बायोमेट्रिक डेटा होता है। ई-पासपोर्ट एक रेडियो फ़्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) चिप का उपयोग करता है जो सभी व्यक्तिगत जानकारी और बायोमेट्रिक विवरण संग्रहीत करता है।
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ई-पासपोर्ट की पहचान कैसे करें?
ई-पासपोर्ट की पहचान करना बहुत आसान है क्योंकि यह पासपोर्ट के सामने के कवर के नीचे एक छोटे से अतिरिक्त सुनहरे रंग के प्रतीक के साथ आता है।
ई-पासपोर्ट के मुख्य लाभ?
बढ़ी हुई सुरक्षा: ई-पासपोर्ट का सबसे बड़ा लाभ यह है कि इसमें डिजिटल हस्ताक्षरित चिप होती है, जो जालसाजी, पासपोर्ट की नकल और पहचान की चोरी के जोखिम को कम करती है।
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