आर्थिक सर्वेक्षण कोविड-19 के खिलाफ भारत की लड़ाई, मजबूत नींव को दर्शाता है: मोदी

आम बजट से पहले संसद में पेश किए गए आर्थिक सर्वेक्षण के अनुमानों के मुताबिक भारत की आर्थिक वृद्धि दर अगले वित्त वर्ष में 11 प्रतिशत के स्तर पर पहुंच जाएगी और महामारी के चलते आर्थिक संकुचन के बाद ‘वी’ आकार (गोता खाने के तीव्र वृद्धि) का सुधार देखने को मिलेगा।
नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि संसद में पेश किया गया आर्थिक सर्वेक्षण कोविड-19 महामारी के खिलाफ भारत की लड़ाई और अर्थव्यवस्था की नींव को दर्शाता है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि यह आर्थिक सर्वेक्षण आर्थिक विकास की व्यापक संभावनाओं, नवाचार को और गति देने के महत्व और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में आगे के रास्ते पर जोर डालता है। आम बजट से पहले संसद में पेश किए गए आर्थिक सर्वेक्षण के अनुमानों के मुताबिक भारत की आर्थिक वृद्धि दर अगले वित्त वर्ष में 11 प्रतिशत के स्तर पर पहुंच जाएगी और महामारी के चलते आर्थिक संकुचन के बाद ‘वी’ आकार (गोता खाने के तीव्र वृद्धि) का सुधार देखने को मिलेगा।
इसके साथ ही 31 मार्च 2021 को खत्म हो रहे चालू वित्त वर्ष के दौरान सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में रिकॉर्ड 7.7 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान जताया गया है। भारत में इससे पहले जीडीपी में 1979-80 में सबसे अधिक 5.2 प्रतिशत का संकुचन हुआ था। आर्थिक सर्वेक्षण 2020-21 में कहा गया है कि कृषि क्षेत्र में वृद्धि जारी है, जबकि कोविड-19 महामारी को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के चलते सेवा, विनिर्माण और निर्माण क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित हुए।The Economic Survey captures India’s fight against Covid-19 and our nation's strong economy fundamentals. It emphasises on the huge potential for economic growth, the importance of further scaling up innovation and the way ahead in key areas like health. https://t.co/CZHNOcO7GV
— Narendra Modi (@narendramodi) January 29, 2021
