ISRO ने 'बाहुबली' से लॉन्च किया सबसे वजनी संचार उपग्रह CMS-03, नौसेना को मिलेगी अजेय शक्ति

इसरो ने ऐतिहासिक LVM3-M5 'बाहुबली' रॉकेट से अपने अब तक के सबसे भारी 4,410 किलोग्राम वजनी कम्युनिकेशन सैटेलाइट CMS-03 को सफलतापूर्वक भू-समकालिक स्थानांतरण कक्षा में स्थापित किया है। यह लॉन्च भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन की भारी उपग्रह प्रक्षेपण क्षमता में महत्वपूर्ण प्रगति दर्शाता है, जो देश की अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में एक मील का पत्थर है।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने रविवार को इतिहास रचते हुए देश के सबसे भारी कम्युनिकेशन सैटेलाइट CMS-03 को सफलतापूर्वक लॉन्च किया। 4,410 किलोग्राम वजनी यह सैटेलाइट भारत की धरती से भू-समकालिक स्थानांतरण कक्षा (GTO) में भेजा गया अब तक का सबसे भारी उपग्रह है।
'बाहुबली' रॉकेट का कमाल
इस सैटेलाइट को 43.5 मीटर ऊंचे LVM3-M5 रॉकेट से प्रक्षेपित किया गया। LVM3-M5 रॉकेट को उसकी भारी भारोत्तोलन क्षमता के कारण 'बाहुबली' भी कहा जाता है।
Kudos Team #ISRO!
— Dr Jitendra Singh (@DrJitendraSingh) November 2, 2025
India’s #Bahubali scales the skies, with the successful launch of #LVM3M5 Mission!
“Bahubali” as it is being popularly referred, LVM3-M5 rocket is carrying the CMS-03 communication satellite, the heaviest ever to be launched from the Indian soil into a… pic.twitter.com/ccyIPUxpIX
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ISRO का दावा
इसरो ने बताया कि LVM-3 (प्रक्षेपण यान मार्क-3) उनका नया भारी-भरकम लॉन्च व्हीकल है, जिसे 4,000 किलोग्राम तक के अंतरिक्ष यान को GTO में स्थापित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
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नौसेना को मिलेगी मजबूती
CMS-03 को नौसेना की अब तक की सबसे उन्नत सैटेलाइट माना जा रहा है। इसकी लॉन्चिंग से भारतीय नौसेना की निगरानी क्षमता और मजबूत होगी। यह उपग्रह अंतरिक्ष से संचार और समुद्री इलाकों की निगरानी को और भी बेहतर बना देगा।
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