दिल्ली में पड़ रही है कड़ाके की ठंड, क्या पहली बार पड़ी है ऐसी सर्दी? लोगों को कब मिलेगी राहत

cold in Delhi

सबसे अधिकतम तापमान का सबसे लंबा दौर है? पहले भी दिन के वक्त तापमान कई दिनों तक कम रहा है। 1951 के बाद 23 बार ऐसे मौके आए वर्तमान सहित पांच बार 9 दिन लंबा रहा। 8 दिसंबर 1997 से 1 जनवरी 1998 तक 25 दिनों तक दिन में कड़ाके की सर्दी पड़ी थी।

राजधानी दिल्ली और उसके आस-पास के इलाकों में इन दिनों मौसम बहुत सर्द है। यहां घना कोहरा रहता है, सूर्य के दर्शन तो जैसे दुर्लभ हो गए हों, ये हाल दिल्ली और उसके आस-पास के इलाकों (एनसीआर) में पिछले एक हफ्ते से है। अगले दो दिनों में भी इस ठंड से कोई राहत नहीं है।

एक हफ्ते से है बहुत ठंड

पिछले 1 हफ्ते से दिल्ली में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। दिल्ली का अधिकतम तापमान 15 जनवरी को साल 1951 के बाद सबसे कम रहा। इसी अवधि में अधिकतम तापमान के हिसाब से दसवां सबसे ठंडा दिन रहा। दिन में भी गलन है क्योंकि धूप नहीं निकल रही है। आमतौर पर दिल्ली में यह देखा जाता है कि यहां जनवरी की शुरुआत में कड़ाके की ठंड पड़ती है लेकिन मध्य जनवरी तक लोगों को ठंड से राहत मिलने लगती है।

प्रदूषण भी है सूरज की रोशनी कम होने का कारण?

दिल्ली,हरियाणा, यूपी समेत पूरे उत्तर भारत के अधिकांश इलाकों में 11-12 बजे तक कोहरा छाया रहता है। बीते कई दिनों से सूर्य देव के दर्शन भी नहीं हुए। बीती 13 जनवरी को कम दृश्यता की वजह से इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर 100 उड़ानों में देरी हुई। क्या सूर्य की रोशनी कम होने का कारण वायु प्रदूषण भी है? अगर दिल्ली में जनवरी के औसत AQI पर नजर डालें तो AQI भी 267.8 रहा जो 2018 से अब तक 16 जनवरी की अवधि के लिए कम है। इस पहले वायु गुणवत्ता जनवरी 2020 में सबसे कम 309  रही थी। इसे देखते हुए कहा जा सकता है कि, सूरज की रौशनी कोहरे की वजह से नहीं आ रही है, स्मॉग का इसमें कोई रोल नहीं है।

बीते 15 जनवरी को दिल्ली में अधिकतम तापमान 13.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था। जो सामान्य स्तर से 7.3 डिग्री ज्यादा ठंडा है। 15 जनवरी को लोग ठंड से कांपते रहे। इस दिन सामान्य तापमान अधिकतम से कम रहा न्यूनतम तापमान औसत से ज्यादा रहा।

 सामान्य दिनों की तुलना में ज्यादा ठंड( रात के समय के सामान्य तापमान) का मतलब है के थोड़ी राहत रहती है। लेकिन पिछले कुछ हफ्तों से यह गायब है। जनवरी के पहले 4 दिनों में औसत अधिकतम और न्यूनतम तापमान का अनुपात 3.30 रहा। अगले 12 दिनों में यह 1.78 था। 5 जनवरी के बाद से रोज का तापमान सामान्य से नीचे रहा है। वहीं 8 से 16 जनवरी के बीच यह तापमान सामान्य से 10% या ज्यादा कम रहा है। 12 जनवरी को अधिकतम वैल्यू 16.9 डिग्री और 15 जनवरी को न्यूनतम वेल्यू 13.3 डिग्री रही।

 सबसे अधिकतम तापमान का सबसे लंबा दौर है? पहले भी दिन के वक्त तापमान कई दिनों तक कम रहा है। 1951 के बाद 23 बार ऐसे मौके आए वर्तमान सहित पांच बार 9 दिन लंबा रहा। 8 दिसंबर 1997 से 1 जनवरी 1998 तक 25 दिनों तक दिन में कड़ाके की सर्दी पड़ी थी।

बारिश भी वजह

ऐसे वक्त में बारिश का मौसम बनना भी अलग ही है। दिन के वक्त में बादल और बारिश सूर्य को लंबे समय तक आने से रोकते हैं तापमान और कम हो जाता है। दिन के समय जो भी गर्मी होती है बादलों में फंस जाती है रात को सामान्य से अधिक गर्म रखती है। दिल्ली में इस जनवरी में हुई बारिश 1951 के बाद से 16 जनवरी को पांचवी सबसे ज्यादा बारिश है। पहाड़ों पर बारिश भी राजधानी में ठंडक रही।

 क्या कहता है मौसम विभाग?

 मौसम विभाग के पूर्वानुमान पर नजर डाले तो अगले सात दिनों तक हालात सुधरने वाले नहीं हैं। 20 जनवरी यानी कि आज अधिकतम तापमान 19 डिग्री तक जा सकता है लेकिन उसके बाद 16-17 पर बना रहेगा। 24 जनवरी तक आसमान में बादल छाए रहेंगे। 20 से 24 जनवरी के बीच न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस  के आसपास रहेगा। मौसम विभाग के मुताबिक बीते मंगलवार को दिल्ली में न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक 8.5 डिग्री दर्ज किया गया। वह इस दौरान अधिकतम तापमान सामान्य से 4 डिग्री नीचे 15.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक दिल्ली में बीते मंगलवार की सुबह, वायु गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में रही। इस दौरान वायु गुणवत्ता सूचकांक 352 दर्ज किया गया। 

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़