धर्म के मामलों में फंसना ठीक नहीं: संभल हिंसा पर गुलाम नबी आजाद
अदालत के आदेश के बाद ही मस्जिद का सर्वे किया जा रहा था। जम्मू-कश्मीर को पुन: राज्य का दर्जा देने के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में आजाद ने कहा, ‘‘राज्य का दर्जा देने की मांग शुरू से ही रही है। यह कोई नयी बात नहीं है।’’
डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीपीएपी) के अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद ने उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा के बारे में पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि धर्म से जुड़े मामलों में फंसना देश की एकता और अखंडता के लिए हानिकारक है।
जम्मू में पत्रकारों से बातचीत के दौरान आजाद ने धार्मिक ध्रुवीकरण के खतरों के बारे में लोगों को आगाह किया। आजाद ने संभल हिंसा पर किए गए सवाल के जवाब में कहा, ‘‘धर्म के मामले में उलझना ठीक नहीं है। यह देश की एकता और अखंडता के साथ-साथ समाज के लिए भी सही नहीं है।’’
उन्होंने इस तरह की घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए आगाह किया कि इससे समुदायों में विभाजन बढ़ेगा तथा शांति भंग होगी। संभल जिले के कोट गर्वी क्षेत्र में शाही जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर पिछले रविवार को हुई हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई तथा पुलिसकर्मियों सहित कई अन्य घायल हो गए।
अदालत के आदेश के बाद ही मस्जिद का सर्वे किया जा रहा था। जम्मू-कश्मीर को पुन: राज्य का दर्जा देने के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में आजाद ने कहा, ‘‘राज्य का दर्जा देने की मांग शुरू से ही रही है। यह कोई नयी बात नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा देना यहां के लोगों के कल्याण के लिए जरूरी है।
अन्य न्यूज़