बुराड़ी कांड के ठीक एक साल बाद, गुरूग्राम में 4 रहस्यमयी मौतें
प्रकाश सिंह का पूरा परिवार खत्म हो गया था। प्रकाश के अलावा तीनों की हत्या बड़ी बेरहमी से की गई थी। सोनू और उसके दोनों बच्चों पर हथौड़ों से वार किए गए थे जिसके बाद धारदार हथियार से वार किए गए थे।
गुरूग्राम के एक फार्मा कंपनी में काम करने वाले व्यक्ति जिस पर अपने परिवार के हिफाजत की जिम्मेदारी थी। उसने पहले तो अपने हाथों से अपना परिवार खत्म किया फिर मौत को खुद गले लगा लिया। गुरूग्राम के सेक्टर 49 में उप्पल साउथ ऐंड सोसायटी के एक फ्लैट से एक साथ चार लाशें निकली तो पूरा इलाका सन्न रह गया। पुलिस को 50 वर्षीय डॉ. प्रकाश सिंह की शर्ट से एक सुसाइड नोट मिला है। इसमें उन्होंने लिखा कि मैं अपने परिवार को संभाल नहीं पाया। इसके लिए मैं ही जिम्मेदार हूं। इसीलिए मैं सब खत्म कर रहा हूं। डॉ. प्रकाश सिंह के अलावा उनके साथ पत्नी और एक बेटा व बेटी रहते थे। लेकिन सुबह जब काम करने वाली नौकरानी काम करने आई तो घर का दरवाजा नहीं खुला। उसने पड़ोसियों को बताया और पड़ोसियों ने आरडब्ल्यूए को सूचित किया। सभी ने अनहोनी की आशंका से पुलिस को इसकी जानकारी दी। जिसके बाद मौके पर पुलिस जब मौके पर पहुंची। खिड़की से अंदर दाखिल हुए पुलिसवाले भी अंदर का मंजर देख कर सहम गए। वहां पुलिस को चार लाशें मिली।
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