Delhi Budget: विधानसभा में बोले केजरीवाल, केंद्र ने पहली बार तोड़ी परंपरा, हम काम करने आएं हैं, लड़ने नहीं
केजरीवाल ने दावा किया कि अहंकार की वजह से फाइल रोक कर रखी गई थी। मुख्य सचिव 3 दिन तक फाइल रखकर बैठे हुए थे। अधिकारियों पर केंद्र ने दबाव बनाया था। बजट पेश होने से एक दिन पहले फाइल दिखाई गई।
दिल्ली में बजट को लेकर वार-पलटवार की राजनीति जबरदस्त तरीके से गर्म है। आम आदमी पार्टी ने दावा किया था कि केंद्र सरकार ने दिल्ली के बजट को रोक दिया था। हालांकि, केंद्र की ओर से दिल्ली में बजट पेश करने को लेकर मंजूरी दे दी गई है। इन सबके बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा में दिल्ली के उपराज्यपाल पर जबरदस्त तरीके से निशाना साधा। उन्होंने कहा कि उपराज्यपाल को फाइल पर लिखने का कोई अधिकार नहीं। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि एलजी फाइल पर कुछ नहीं लिख सकते। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि केंद्र सरकार द्वारा दिल्ली का बजट ‘‘रोका जाना’’ संविधान पर हमला।
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केजरीवाल ने दावा किया कि अहंकार की वजह से फाइल रोक कर रखी गई थी। मुख्य सचिव 3 दिन तक फाइल रखकर बैठे हुए थे। अधिकारियों पर केंद्र ने दबाव बनाया था। बजट पेश होने से एक दिन पहले फाइल दिखाई गई। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि केंद्र ने यह अपने अहंकार की राजनीति के लिए किया है। उन्होंने यह भी दावा किया कि केंद्र की आपत्तियों का हमने जवाब दे दिया था। उन्होंने प्रधानमंत्री से कहा कि हम काम करना चाहते हैं। हम राजनीति में लड़ने नहीं आए हैं और ना ही हमें राजनीति करने आती हैं। इस रोज रोज की लड़ाई से हम बचना चाहते हैं।
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आप प्रमुख ने कहा कि केंद्र ने पहली बार बजट को लेकर परंपरा तोड़ी है। उसी बजट को मंजूरी दे दी गई। वह चाहते थे कि हम झुके तो हम हाथ जोड़ रहे। हम लड़ाई झगड़ा नहीं चाहते। उन्होंने कहा कि अब उसी बजट को मंजूरी दे दी गई है। हमने बजट में कोई बदलाव नहीं किया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमें घर-घर राशन पहुंचाना चाहते थे, यह नहीं होने दिया गया। योग क्लासेस को रोका गया।
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