'यमुना के पानी में जहर' वाले बयान पर केजरीवाल की बढ़ेगी मुसीबत, EC ने जारी किया नोटिस, शाम 8 बजे तक मांगा जवाब

Kejriwal
ANI
अंकित सिंह । Jan 29 2025 12:20PM

आयोग ने कहा कि इस तरह के आरोपों के गंभीर प्रभाव होते हैं क्योंकि इससे क्षेत्रीय समूहों, पड़ोसी राज्यों के निवासियों के बीच दुश्मनी पैदा हो सकती है और यह कानून एवं व्यवस्था की स्थिति के लिए खतरा है।

चुनाव आयोग ने अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी से उनके इस दावे का सबूत मांगा है कि हरियाणा यमुना नदी में औद्योगिक कचरा डालकर उसके पानी को जहरीला बना रहा है। केजरीवाल और दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में आपूर्ति बाधित करने के लिए हरियाणा नदी के पानी में जहर मिला रहा है। चुनाव आयोग ने केजरीवाल से बुधवार रात 8 बजे तक अपना जवाब देने को कहा है। इसने केजरीवाल को चेतावनी देने के लिए विभिन्न निर्णयों और कानूनी प्रावधानों का हवाला दिया कि यदि उनके दावे भ्रामक पाए गए तो उन्हें तीन साल तक की कैद हो सकती है। 

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आयोग ने कहा कि इस तरह के आरोपों के गंभीर प्रभाव होते हैं क्योंकि इससे क्षेत्रीय समूहों, पड़ोसी राज्यों के निवासियों के बीच दुश्मनी पैदा हो सकती है और यह कानून एवं व्यवस्था की स्थिति के लिए खतरा है। इससे पहले चुनाव आयोग ने हरियाणा से दिल्ली को आपूर्ति किए जाने वाले पानी में अमोनिया की मात्रा बढ़ने के आरोपों पर हरियाणा सरकार को 28 जनवरी तक तथ्यात्मक रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया था। इस बीच, हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी केजरीवाल के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करने की योजना बना रहे हैं। सैनी ने कहा, "अरविंद केजरीवाल को अपने बयान के लिए तुरंत हरियाणा और दिल्ली के लोगों से माफी मांगनी चाहिए, अन्यथा हम उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे।"

केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि हम दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल द्वारा दिए गए बेहद अनुचित, गैर-जिम्मेदाराना और एमसीसी के उल्लंघन वाले बयान पर विरोध करने और चुनाव आयोग को अपनी याचिका सौंपने आए थे। यह बहुत ही खतरनाक बयान है। यह बयान उनके अलावा सभी के लिए खतरनाक था, जो स्वयंभू अराजकतावादी हैं। दरअसल उन्होंने जो बयान दिया है उससे दिल्ली में लोगों के मन में डर बैठ गया है। इस देश में जिस तरह से चुनाव कराए जाते हैं, उस पर इसके बहुत गंभीर प्रभाव हैं। 

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सीतारमण ने सवाल किया कि क्या यह हमारे लोकतंत्र के लिए अच्छा है? हमने इन मुद्दों को चुनाव आयोग के समक्ष उठाया। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि एक मुख्यमंत्री या पूर्व मुख्यमंत्री दूसरे मुख्यमंत्री पर ऐसे कृत्य का आरोप कैसे लगा सकता है जो कहीं न कहीं नरसंहार से संबंधित है? यह हरियाणा के उन सभी लोगों का अपमान है जिन्होंने उन्हें चुना है। हमने चुनाव आयोग से कार्रवाई करने का अनुरोध किया है जिससे अरविंद केजरीवाल को दिल्ली में चुनाव प्रचार करने से रोका जा सके। 

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