Bengal panchayat election: ममता के विधायक हमारे उम्मीदवारों को नामांकन दाखिल करने से रोक रहे हैं, अमित मालवीय ने पंचायत चुनाव को लेकर किया बड़ा दावा

मालवीय ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल पुलिस की मिलीभगत से हिंसा की घटनाएं बढ़ रही हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि भाजपा सांसदों और विधायकों के आंदोलन को प्रतिबंधित किया जा रहा है।
भारतीय जनता पार्टी के पश्चिम बंगाल के सह-प्रभारी अमित मालवीय ने आगामी पंचायत चुनावों को लेकर सोमवार को सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर निशाना साधा है। भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि टीएमसी विधायक भाजपा उम्मीदवारों को चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने से रोक रहे हैं। मालवीय ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल पुलिस की मिलीभगत से हिंसा की घटनाएं बढ़ रही हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि भाजपा सांसदों और विधायकों के आंदोलन को प्रतिबंधित किया जा रहा है।
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उन्होंने ट्वीट करते हुए पूछा कि ममता बनर्जी किस बात से इतनी डरी हुई हैं? भाजपा नेता ने बंगाल चुनाव आयोग के नवनियुक्त प्रमुख राजीव सिन्हा पर निशाना साधा और उन्हें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का जाना-पहचाना अनुचर बताया। इसके साथ ही मालवीय ने दावा किया कि वो ममता के परिवार के साथ डिनर टेबल भी शेयर करते हैं। मालवीय ने कहा कि पंचायत चुनाव कराने के लिए तैयार होने के दावों के बावजूद, पश्चिम बंगाल चुनाव आयोग उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा है। क्या सिन्हा ने टीएमसी के प्रवक्ता के रूप में ये आश्वासन दिए थे?
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मालवीय ने आरोप लगाया कि बंगाल पुलिस एक टीएमसी कैडर की तरह व्यवहार कर रही है। पंचायत चुनाव 8 जुलाई को एक चरण में होंगे और परिणाम 11 जुलाई को घोषित किए जाएंगे। राज्य चुनाव आयुक्त राजीव सिन्हा के अनुसार, बंगाल के 20 जिलों में त्रिस्तरीय पंचायतें हैं और दार्जिलिंग और कलिम्पोंग के पहाड़ी जिलों में पंचायत चुनाव हुए हैं।
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