विदेशी राजनयिकों के कश्मीर दौरे को मनीष तिवारी ने बताया मजाक

Manish Tewari

मनीष तिवारी ने ट्वीट किया, ‘‘(जम्मू कश्मीर में) विदेशी जा सकते हैं, लेकिन संयुक्त संसदीय समिति और विपक्षी नेता नहीं जा सकते। यह गाइडेड टूर एक मजाक है। यह बुरी तरह जख्मी लोगों के घाव पर नमक रगड़ना है।’

नयी दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने 24 देशों के राजनयिकों के जम्मू-कश्मीर दौरे को ‘गाइडेड टूर’ करार देते हुए बुधवार को कहा कि यह ‘‘मजाक’’ है तथा लोगों के घावों पर नमक रगड़ना है। तिवारी ने ट्वीट किया, ‘‘(जम्मू कश्मीर में) विदेशी जा सकते हैं, लेकिन संयुक्त संसदीय समिति और विपक्षी नेता नहीं जा सकते। यह गाइडेड टूर एक मजाक है। यह बुरी तरह जख्मी लोगों के घाव पर नमक रगड़ना है।’’ गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर का वर्ष 2019 में विशेष दर्जा खत्म किए जाने के बाद वहां के हालात का जायजा लेने फ्रांस, यूरोपीय संघ और मलेशिया समेत 24 देशों के राजदूतों का एक प्रतिनिधिमंडल दो दिवसीय दौरे पर केंद्र शासित प्रदेश पहुंचा है।

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अधिकारियों ने बताया कि इस प्रतिनिधिमंडल में यूरोप, अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका और एशिया के देशों के राजदूत हैं। प्रतिनिधिमंडल को मध्य कश्मीर के बडगाम में एक सरकारी कॉलेज ले जाया गया, जहां प्रशासन ने उनका स्वागत किया और पंचायत समेत स्थानीय निकायों को मजबूत किए जाने के कदमों के बारे में अवगत कराया। यूरोपीय संघ, फ्रांस, मलेशिया, ब्राजील, इटली, फिनलैंड, बांग्लादेश, क्यूबा, चिली, पुर्तगाल, नीदरलैंड, बेल्जियम, स्पेन, स्वीडन, सेनेगल, ताजिकिस्तान, कीर्गिस्तान, आयरलैंड, घाना, एस्टोनिया, बोलीविया, मलावी, इरीट्रिया और आयवरी कोस्ट के राजनयिक कड़ी सुरक्षा के बीच शहर पहुंचे।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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