नाबालिग लड़की का रेप, बुरी तरह जख्मी किए गए प्राइवेट पार्ट्स; मेडिकल रिपोर्ट में हुआ बड़ा खुलासा
अलवर की एसपी तेजस्विनी गौतम ने कहा कि, गांव से शहर तक सारी जांच की गई है। उन्होंने कहा कि, हमने ऑटो और ड्राइवर का पता भी लगाया है जिसमे बैठकर वह ब्रिज तक आई थी। बता दें कि, इस ऑटो में 8-10 और लोग भी यात्रा कर रहे थे।
राजस्थान के अलवर बलात्कार मामले में एक नया मामला सामने आ गया है। पुलिस के मुताबिक, मानसिक दिव्यांग नाबालिग ,लड़की का अपहरण नहीं हुआ था बल्कि वह खुद तिजारा ब्रिज गई थी। आपको बता दें कि, अलवर में एक दिव्यांग नाबालिग लड़की का बलात्कार हुआ था और वह बहुत ही बुरे हालत में पाई गई थी। लड़की के साथ पहले सामुहिक बलात्कार किया गया था और उसके प्राइवेट पार्ट से काफी खून भी बह रहा था।
इसे भी पढ़ें: अलवर गैंगरेप को लेकर भाजपा का कांग्रेस पर हमला, संबित पात्रा बोले- राजस्थान में लड़की हूं लड़ना मना है मॉडल
क्या कहा पुलिस ने
पुलिस के अनुसार, लड़की का ऑपरेशन हुआ जिसके बाद हालत अभी स्थिर बताई जा रही है। वहीं जांच में पचा चला है कि, लड़की खुद गांव से ऑटो में बैठकर शहर की तरफ आई थी और पैदल ही तिजार ब्रिज की तरफ गई थी। पुलिस ने लड़की के अपहरण पर आशंका जताई है और यह पता लगाने में जुटी है कि लड़की के साथ ऐसा क्या हुआ था जिसके चलते उसके प्राइवेट पार्ट से इतना खून निकलने लगा। आरोपों के मुताबिक, मंगलवार को अलवर में 16 साल की नाबालिग लड़की के साथ पहले रेप किया और फिर उसको ब्रिज के पास फेंक दिया। गंभीर हालत में लड़की को अस्पताल ले जाया गया और हालत स्थिर नहीं होने के कारण लड़की को जयपुर रेफर किया गया। वहीं ऑपरेशन हुआ जिसके बाद उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
फॉरेंसिक साइंस टीम ने की छानबीन
अलवर की एसपी तेजस्विनी गौतम ने कहा कि, गांव से शहर तक सारी जांच की गई है। उन्होंने कहा कि, हमने ऑटो और ड्राइवर का पता भी लगाया है जिसमे बैठकर वह ब्रिज तक आई थी। बता दें कि, इस ऑटो में 8-10 और लोग भी यात्रा कर रहे थे। एसपी के मुताबिक, फॉरेंसिक साइंस टीम ने भी छानबीन की है जिसमें कुछ भी संदेह नहीं मिला है। ड्राइवर से भी पूछताछ की जा रही है और उस दिन जितने लोग भी ऑटो में सवार थे उनसे भी पूछताछ हो रही है। उन्होंने आगे बताया कि, लड़की ऑटो करके गांव से लगभग 25 कीमी की दूरी तय करके अलवर पहुंची थी फिर वह पैदल ब्रिज की तरफ गई।
क्या कहता है मेडिकल रिपोर्ट
एसपी तेजस्विनी गौतम ने अलवर में एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि डॉक्टरों के एक बोर्ड ने अपनी मेडिकल रिपोर्ट में कहा है कि “चोटें किसी भी तरह के हमले का संकेत नहीं हैं”। शुक्रवार को आई रिपोर्ट में दावा किया गया कि मेडिकल रिपोर्ट यौन हमले का संकेत नहीं देते हैं। एसपी ने बताया कि, घटना की छानबीन के लिए करीब 250 सीसीटीवी फुटेज चेक किए गए हैं। कैमरे में लड़की फुटपाथ पर कई बार बैठती नजर आ रही है और ब्रिज पर जाते हुए भी दिखाई दे रही है।
इसे भी पढ़ें: कांग्रेस ने उन्नाव गैंगरेप पीड़िता की मां को दिया टिकट तो बोले राहुल, अब वे न्याय का चेहरा बनेंगी
हालांकि, लड़की को जिस हालत में पाया गया वहां कोई कैमरी नहीं थी जिसके कारण यह पता लगाना काफी मुश्किल हो रहा है कि उसके साथ आखिर में हुआ क्या था। पुलिस के मुताबिक, सीसीटीवी फुटेज के अलावा ऑटो ड्राइवर और इलाके के अन्य लोगों की बात से भी इसकी पुष्टि की गई है। वहीं मामले चाइल्ड साइकोलॉजिस्ट और दिव्यांगों पर काम करने वाले एक्सपर्ट्स ने भी लड़की से जानकारी जुटाने की कोशिश की। लेकिन काफी ज्यादा दर्द में होने के चलते वह कुछ भी बता पाने में सक्षम नहीं है।
अन्य न्यूज़