गोपनीय चंदा जुटाने की मोदी की कोशिश को अदालत ने नाकाम किया : येचुरी
कोशिश नाकाम होने की राह पर है। येचुरी ने कहा, ‘‘कालेधन के रास्ते दान देने वाले अब इस राह को अपनाने से डरेंगे। आज चुनाव आयोग को दान का ब्योरा मिलेगा कल यह ब्योरा जनता की पहुंच में होगा।
नयी दिल्ली। माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने शुक्रवार को कहा कि चुनावी बांड के संबंध में उच्चतम न्यायालय के फैसले ने राजनीतिक दलों को मिलने वाली दान राशि की पारदर्शिता को नुकसान पहुंचाने की भाजपा की कोशिश नाकाम कर दी है। येचुरी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘उच्चतम न्यायालय ने गोपनीय चुनावी बॉंड का कानून बनाने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, वित्त मंत्री अरुण जेटली और भाजपा की पहल को ध्वस्त कर दिया है। अदालत ने कहा है कि पारदर्शिता चुनावी चंदे का मूल आधार है। जनता को यह जानने का अधिकार है कि किस दल को कहां से कितना पैसा दान में मिला है।’’
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उन्होंने कहा कि चुनावी बॉंड में दानदाता की पहचान उजागर नहीं करने का प्रावधान लागू करने की भाजपा की कोशिश नाकाम होने की राह पर है। येचुरी ने कहा, ‘‘कालेधन के रास्ते दान देने वाले अब इस राह को अपनाने से डरेंगे। आज चुनाव आयोग को दान का ब्योरा मिलेगा कल यह ब्योरा जनता की पहुंच में होगा।
Supreme Court demolishes stance taken by Modi, Jaitley & BJP - which had pushed this as a Money bill, for opaque, secret Electoral bonds. The court says transparency is the basic principle of electoral funding. People have a right to know which party got how much, and from whom. https://t.co/2Nf5zU06jX
— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) April 12, 2019
सेना के पूर्व वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा राष्ट्रपति को पत्र लिख कर राजनीतिक लाभ के लिये सेना के पराक्रम का इस्तेमाल करने पर नाराजगी जताने के मामले में येचुरी ने कहा, ‘‘लोकतांत्रिक व्यवस्था में हमारे सैन्य बल अपने निर्धारित दायित्वों का निर्वाह कर रहे हैं। जब सत्तारूढ़ दल उनके नाम का दुरुपयोग करेगा तो इससे सेना और लोकतंत्र का स्तर गिरेगा।’’
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येचुरी ने कहा कि इस मामले में सत्तारूढ़ दल के नेताओं के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई ही इसका एकमात्र समाधान है। उल्लेखनीय है कि सेना के लगभग 150 पूर्व अधिकारियों ने राष्ट्रपति को एक कथित पत्र लिखकर लोकसभा चुनाव में सेना के पराक्रम का राजनीतिक लाभ के लिये इस्तेमाल किये जाने की शिकायत की है।
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