एमपी सरकार जानवरों को चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए शुरू करेगी मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई

सरकार ने पशुओं को चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई बनाने का निर्णय लिया है। ये इकाइयां 108 सेवाओं की तर्ज पर काम करेंगी। इन वैन में एक पशुचिकित्सक, एक सहायक और एक ड्राइवर की प्रतिनियुक्ति की जाएगी।
भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार ने मंगलवार को विधानसभा में कहा कि पशुओं को चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए '108' सेवाओं की तर्ज पर राज्य में मोबाइल पशु चिकित्सा इकाइयों का गठन किया जाएगा। इसे लेकर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि इन वैन में एक पशु चिकित्सक, एक सहायक और चालक की प्रतिनियुक्ति की जाएगी।
दरअसल सरकार ने पशुओं को चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई बनाने का निर्णय लिया है। ये इकाइयां 108 सेवाओं की तर्ज पर काम करेंगी। इन वैन में एक पशुचिकित्सक, एक सहायक और एक ड्राइवर की प्रतिनियुक्ति की जाएगी।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में विधानसभा में हुई कैबिनेट की बैठक में यह निर्णय लिया गया। उन्होंने कहा कि जैसे ही लोग सेवा का लाभ उठाने के लिए समर्पित फोन नंबर पर कॉल करेंगे एक वैन जानवरों के इलाज के लिए उनके दरवाजे पर पहुंच जाएगी।
नरोत्तम मिश्रा ने आगे कहा कि योजना की निगरानी के लिए राज्य, जिला और प्रखंड स्तर पर समितियां गठित की जाएंगी। एक अन्य निर्णय में मंत्रि-परिषद ने राम वन गमन पथ का कार्य राज्य संस्कृति विभाग को सौंपने का भी निर्णय लिया, ताकि योजना को क्रियान्वित करने के लिए धार्मिक अनुदान विभाग से प्राप्त किया जा सके। मंत्रि-परिषद ने प्रदेश के निवाड़ी एवं आगर जिलों में वन, पीएचई, खाद्य एवं जनसंपर्क विभाग सहित विभिन्न कार्यालय प्रारंभ करने के लिए पदों की भी स्वीकृति प्रदान की।
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