वाराणसी में दस रुपये प्रति लीटर हुआ कम हुआ सरसों तेल का दाम, आठ जून के बाद और कमी के आसार

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ग्रामीण क्षेत्र में सरसों तेल की मांग इस समय बहुत कम हो गयी है। कारण की इस समय गांव में लोग नई फसल की पेराई करवाकर सरसों तेल का इस्तेमाल कर रहे हैं। तेल की मांग शहरों में पूर्व के ही बराबर है।

ग्रामीण क्षेत्र में सरसों तेल की मांग इस समय बहुत कम हो गयी है। कारण की इस समय गांव में लोग नई फसल की पेराई करवाकर सरसों तेल का इस्तेमाल कर रहे हैं। तेल की मांग शहरों में पूर्व के ही बराबर है। खाद्य तेलों के दामों में 15 मार्च के बाद से लगातार बढ़त के बाद अब एक सप्ताह से गिरावट का दौर शुरू हो गया है। पूर्वांचल की सबसे बड़ी खाद्य मंडी विश्वेश्वरगंज में बुधवार को तेल का भाव अचानक 10 रुपये प्रतिलीटर कम हो गया। वहीं रिफाइंड तेल के दाम में भी 5 रुपये प्रतिलीटर की गिरावट हुई है।

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मंडी के थोक व्यापारी दिलीप जायसवाल ने बताया कि विदेशों में पाम आयल के भाव में 10 रुपये और सोयाबीन के भाव में आठ रुपये प्रतिकिलो की कमी होने से भारत में रिफाइंड तेल के भाव में कमी आई है। वहीं इस बार सरसों का उत्पादन अधिक होने से ग्रामीण क्षेत्रों में सरसों तेल की मांग भी कम हो गयी है। इस कारण सरसों तेल के भाव में कमी हुई है। अभी 8 जून से जैसे ही ब्लाइंडेड तेल पर लगा रोक हटेगा वैसे ही तेल के भावों में और गिरावट आना तय है।

 

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डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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