भारत-चीन तनाव के बीच बोले नौसेना प्रमुख, हम किसी भी खतरे से निपटने में पूरी तरह सक्षम

सशस्त्र सेनाओं के ‘थिएटरीकरण’ पर उन्होंने कहा कि समुद्री ‘थिएटर’ कमान की स्थापना का विवरण तैयार किया जा रहा है और अगले साल के मध्य तक पूरा किया जा सकता है।
चीनी नौसेना की बढ़ती हुई युद्धक क्षमता और हिंद महासागर में उसकी उपस्थिति पर नवनियुक्त नौसेना प्रमुख ने कहा कि क्षेत्र में हो रहे घटनाक्रम के अनुसार भारतीय नौसेना अपनी तैयारी और क्षमता विकास की योजना सुदृढ़ कर रही है। एडमिरल कुमार ने कहा, “हम चीनी नौसेना के विकास से वाकिफ हैं। उन्होंने पिछले 10 वर्षों में 138 युद्धपोत का निर्माण किया है। हर देश को अपनी क्षमता का विकास करने का अधिकार है। हम अपने क्षेत्र में हो रहे घटनाक्रम पर नजर रखते हैं।” नौसेना प्रमुख ने कहा कि चीन की पीएलए नौसेना की उपस्थिति हिंद महासागर क्षेत्र में 2008 से है और भारतीय नौसेना ने उस पर नजर रखी है। उन्होंने कहा, “केवल संख्या ही महत्वपूर्ण नहीं है। यह लोगों पर भी निर्भर करता है, आपके पास जो हथियार हैं आप उनका इस्तेमाल कैसे करते हैं, आपकी रणनीति, और आपकी संचालन योजना इत्यादि भी महत्वपूर्ण है। बहुत सारे मुद्दे हैं।”Indian Navy closely watching Chinese activities, capable of defending national interests: Admiral R Hari Kumar
— ANI Digital (@ani_digital) December 3, 2021
Read @ANI Story | https://t.co/kaMfMxt631 pic.twitter.com/dK7DzNseoz
उन्होंने कहा, “मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि भारतीय नौसेना एक बेहद संतुलित बल है और भारत के समुद्री हितों की रक्षा करने में सक्षम है।” एडमिरल कुमार ने कहा कि नौसेना के लिए 1,97,359 रुपये की 72 परियोजनाओं के लिए ‘आवश्यकता की स्वीकृति’ (मंजूरी) मिल गई है जिसमें से 1,74,027 करोड़ रुपये की लागत से 59 परियोजनाओं को स्वदेशी तरीके से क्रियान्वित किया जाएगा। सशस्त्र सेनाओं के ‘थिएटरीकरण’ पर उन्होंने कहा कि समुद्री ‘थिएटर’ कमान की स्थापना का विवरण तैयार किया जा रहा है और अगले साल के मध्य तक पूरा किया जा सकता है।
अन्य न्यूज़












