संसद घेराव को लेकर किसान संगठनों की दिल्ली पुलिस के साथ हुई बैठक, राजेवाल बोले- अनुमति की कोई बात नहीं हुई

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किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि प्रशासन ने अपनी बात रखी और हमने अपनी बात कही। हमारा 200 लोगों का जत्था जाएगा, अनुमति की कोई बात नहीं हुई।

नयी दिल्ली। संसद का मानसून सत्र शुरू हो चुका है। ऐसे में किसान संगठनों ने संसद का घेराव करने की योजना बनाई है। आपको बता दें कि केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में 22 जुलाई को 200 किसान संसद का घेराव करने का ऐलान किया था। इसी संबंध में किसान नेताओं और दिल्ली पुलिस के अधिकारियों की बैठक हुई है। किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने बताया कि अनुमति की अभी कोई बात नहीं हुई है। अभी चर्चा चल रही है। 

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समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने पुलिस के साथ हुई बातचीत पर कहा कि प्रशासन ने अपनी बात रखी और हमने अपनी बात कही। हमारा 200 लोगों का जत्था जाएगा, अनुमति की कोई बात नहीं हुई। एक और बैठक की संभावना है।

इससे पहले किसान नेताओं और दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के बीच में 24 जुलाई को बैठक हुई थी। जिसमें पुलिस ने गणतंत्र दिवस पर सीमित संख्या में ट्रैक्टर मार्च निकालने की इजाजत दी थी। लेकिन राजधानी दिल्ली में कई जगहों पर हिंसक झड़पे हुईं। यहां तक की लाल किले में एक धर्म विशेष का झंडा तक फहराया गया। जिसके बाद से दिल्ली पुलिस सतर्क है। फिलहाल किसान संगठन के नेताओं के साथ बातचीत हो रही है। 

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गौरतलब है कि केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ किसान पिछले आठ महीने से आंदोलन कर रहे हैं। किसानों की मांग है कि सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस ले। इसके साथ ही न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) कानून बनाया जाए। हालांकि सरकार ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि वह कानूनों को वापस नहीं लेने वाली है। लेकिन बातचीत कर जरूरी संशोधन करने के लिए तैयार है।<

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