ओमिक्रोन से अयोध्या के मंदिरों से भी घटने लगी श्रद्धालुओं की संख्या

राम नगरी अयोध्या में कोरोना के तीसरे लहर से देश के राज्यों से आने वाले पर्यटकों की संख्या हुई कम
अयोध्या। राम नगरी अयोध्या में एक बार फिर कोरोना महामारी संक्रमण की रफ्तार बढ़ते क्रम है। जिसका असर धार्मिक स्थलों पर भी पड़ने लगा है। देश के विभिन्न राज्यों के आने वाले पर्यटक व श्रद्धालुओं की संख्या कम होती जा रही है। उसके बाद भी आने वाले श्रद्धालुओं को लेकर स्थानीय प्रशासन सतर्कता बढ़ा दी है।
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उत्तर प्रदेश में एक बार फिर महामारी से एक्टिव केशव की संख्या पढ़ रही है जिसको लेकर प्रदेश के धार्मिक स्थलों पर बड़ा असर देखने को मिला है। वाराणसी में काशी विश्वनाथ के दर्शन के लिए नई गाइडलाइन जारी किया गया है तो वहीं अब अयोध्या में भी श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए राम जन्मभूमि परिसर में भी बिना मास्क के प्रवेश पर रोक लगा दिया गया है। और धर्मिक स्थलों के पास टेस्टिंग व बिना मास्क के मंदिरों में दर्शन पूजन न कराये जाने की अपील की है। स्वास्थ विभाग द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक अयोध्या में कोरोना के तीसरी लहर ओमिक्रोन से अब 150 से अधिक लोगो को प्रभावित हुए हैं। वहीं आगे भी बढ़ने का क्रम तेजी से बढ़ रहा है। जिसको लेकर स्वास्थ विभाग सतर्क है। वही अयोध्या के मठ मंदिरों को भी सुरक्षित करने की तैयारी की जाए मंदिरों के आसपास के क्षेत्रों सफाई के साथ सैनिटाइजेशन शुरू कर दिया गया है।
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राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने श्रद्धालुओं से अपील करते हुए कहा कि लोग मास्क लगाकर ही अयोध्या पहुंचे और सुपौल डिस्ट्रिक्ट का भी पालन करें साथी कहा कि कोरोना के तीसरे लहर को लेकर सरकार के द्वारा किये जा रहे वैक्सीनेशन लगवाए। जिससे लोगो को सुरक्षित रखा जा सके। तो वहीं छोटी देवकाली मंदिर के पुजारी अजय द्विवेदी ने मास्क लगा कर ही मंदिर आने की अपील की है।
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