कोरोना पर हर्षवर्धन की टिप्पणी के बाद विपक्ष ने केरल सरकार को घेरा, कहा- महामारी से निपटने में रही नाकाम
भाजपा के प्रदेश प्रमुख के सुरेंद्रन ने एक बयान में आरोप लगाया कि केरल में स्वास्थ्य क्षेत्र ढह चुका है और कोरोना वायरस को रोकने के लिए केंद्र सरकार से सहायता मांगनी चाहिए।
तिरुवनंतपुरम। केरल में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन की टिप्पणी के बाद विपक्षी दलों ने रविवार को वाम सरकार को घेरने की कोशिश करते हुए आरोप लगाया कि सरकार महामारी से निपटने में पूरी तरह से नाकाम रही। केरल में संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच हर्षवर्धन ने कहा कि राज्य ओणम उत्सव के दौरान भारी लापरवाही की कीमत चुका रहा है। तब सेवाओं को खोल दिया गया था और व्यापार तथा पर्यटन के लिए यात्रा में बढ़ोतरी हुई थी जिससे कोविड-19 का प्रसार हुआ। बहरहाल, केरल की स्वास्थ्य मंत्री के के शैलजा ने स्पष्ट किया कि केंद्रीय मंत्री के बयान का मतलब त्योहारी मौसम से पहले अन्य राज्यों के लोगों को सतर्क करना है।
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उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों की तुलना में केरल में मृत्यु दर काफी कम 0.34 प्रतिशत है। विधानसभा में विपक्ष के नेता रमेश चेन्नीथला ने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री द्वारा केरल में कोविड-19 की स्थिति का आकलन राज्य की असली तस्वीर को दर्शाता है। सरकार महामारी से निपटने में पूरी तरह से विफल रहा है। भाजपा के प्रदेश प्रमुख के सुरेंद्रन ने एक बयान में आरोप लगाया कि केरल में स्वास्थ्य क्षेत्र ढह चुका है और कोरोना वायरस को रोकने के लिए केंद्र सरकार से सहायता मांगनी चाहिए।
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