नमकीन फैक्ट्री पर छापे के दौरान भागे मालिक और कर्मचारी, मिले कई ब्रांड के पैकेट

Namkeen factory
दिनेश शुक्ल । Nov 23 2020 6:33PM

टीम में शामिल एक कर्मचारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि यहां नमकीन बेसन में कम मिलावटी सामान से तैयार होता है। बेसन तो न के बराबर मिलाया जाता है। यह नमकीन बमुश्किल बीस से पच्चीस रुपए प्रति किलो तैयार हो जाता है, जिसको बाजार मेें अस्सी से सौ रुपए किलो बेचा जाता है।

गुना। मध्य प्रदेश में गुना जिले के कैंट क्षेत्र में  संचालित एक नमकीन फैक्ट्री पर छापामार कार्रवाई करते हुए प्रशासन ने कई ब्रांडों के खाली पैकेट, अमानक मावा और हानिकार खाद्य तेल बरामद किया है। फैक्ट्री को सील कर दिया है। कार्रवाई की भनक मिलते ही फैक्ट्री संचालक और उसके कर्मचारी मौके से फरार हो गए।मिलावटखोरों के खिलाफ जिला प्रशासन की कार्रवाई लगातार जारी है।

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जानकारी के अनुसार कैंट क्षेत्र में  बजरंग सोसायटी के पास वाली गली में अमर चौबे नामक व्यक्ति द्वारा नमकीन फैक्ट्री का संचालन किया जाता है। जिला प्रशासन को सूचना मिली कि फैक्ट्री में घटिया स्तर के नमकीन का निर्माण किया जा रहा है। जिसको लेकर एसडीएम अंकिता जैन की अगुवाई में राजस्व और खाद्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची। इस दौरान टीम को नमकीन के विभिन्न ब्रांडों के खाली और भरे पैकेट मिले। जिनमें बेहद घटिया और स्वास्थ्य के लिए हानिकारक नमकीन भरकर बाजार में बेचा जा रहा था। इसके अलावा मौके से 20 बोरी से अधिक मैदा भी बरामद किया गया है। यह मैदा भिंड जिले से मंगवाया गया था। फैक्ट्री में हानिकारक तेल भी पाया गया, जिसमें कीचड़ जैसा पदार्थ मिला हुआ था। इस नजारे को देखकर अधिकारी भी दंग रह गए। टीम में शामिल खाद्य एवं औषधि अधिकारी नवीन जैन द्वारा लगभग 15 खाद्य वस्तुओं के सैंपल लिए गए हैं। 

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फैक्ट्री में जो नमकीन तैयार हो रहा था वह अलग-अलग ब्रांड के नाम से तैयार किया जाता था जिसके पैकेट मिले है। इनमें सिद्धार्थ, लक्ष्मी, नवरंग और डायमंड ब्रांड के शामिल थे। टीम में शामिल एक कर्मचारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि यहां नमकीन बेसन में कम मिलावटी सामान से तैयार होता है। बेसन तो न के बराबर मिलाया जाता है।  यह नमकीन बमुश्किल बीस से पच्चीस रुपए प्रति किलो तैयार हो जाता है, जिसको बाजार मेें अस्सी से सौ रुपए किलो बेचा जाता है। वही प्रशासन की टीम को फैक्ट्री को सील करने में भारी मशक्कत का सामना करना पड़ी। फैक्ट्री की भौगोलिक स्थिति की वजह से इसमें न तो ताला लग पा रहा था और न ही किसी तरह से पैक किया जा सका। अंत में टीम द्वारा एक जंजीर मंगाकर दरवाजे पर ताला लगा दिया गया। जबकि दूसरी ओर से फैक्ट्री अब भी खुली है।

 

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दरअसल, फैक्ट्री का संचालन एक खाली प्लॉट पर दो तरफ के रिहायशी मकानों की दीवारों के सहारे किया जा रहा था। इसके बाद लोहे की चादरें डाल दी गई थीं। बांकी फैक्ट्री दो तरफ से खुली हुई है। एसडीएम गुना अंकिता जैन  ने बताया कि मौके पर कई खाद्य पदार्थों के सैंपल लिए गए हैं। प्रथम दृष्टया ही गंभीर अनियमितताएं सामने आई हैं। जल्द ही प्रकरण प्रस्तुत किया जाएगा। एफआईआर भी करवाई जाएगी।  

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