नफरत फैलाने वाले भाषण देता और ‘जहर उगलता’ है पाकिस्तान: भारत
पाकिस्तान के ‘‘सदाबहार मित्र’’ चीन ने पिछले सप्ताह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में यह मुद्दा उठाने की कोशिश की थी लेकिन उसे अन्य सदस्यों का समर्थन नहीं मिला। परिषद के अन्य सदस्यों के बीच इस बात को लेकर सहमति थी कि कश्मीर भारत और पाकिस्तान के बीच का द्विपक्षीय मामला है।
संयुक्त राष्ट्र। भारत ने संयुक्त राष्ट्र में ‘‘जहर उगलने और मिथ्या बयानबाजी’’ करने को लेकर पाकिस्तान की निंदा करते हुए कहा कि वह बहुत सहजता से नफरत फैलाने वाले भाषण देता है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को सच्चाई को लेकर ‘‘अंधेरे’’ में रखता है। भारत ने यह बात पाकिस्तान द्वारा एक बार फिर संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर मुद्दा उठाए जाने के संदर्भ में कही। पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे का अंतरराष्ट्रीयकरण करने के लिए संयुक्त राष्ट्र के विभिन्न मंचों पर इसे लगातार उठाता रहा है लेकिन उसे कोई समर्थन हासिल करने में बार-बार असफलता ही हाथ लगी है।
“Four horsemen” are seen by @UN as global threats...
— Syed Akbaruddin (@AkbaruddinIndia) January 23, 2020
Lack of adequate finance for global action is invisible Fifth horseman. pic.twitter.com/e7EKfs8bh8
पाकिस्तान के ‘‘सदाबहार मित्र’’ चीन ने पिछले सप्ताह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में यह मुद्दा उठाने की कोशिश की थी लेकिन उसे अन्य सदस्यों का समर्थन नहीं मिला। परिषद के अन्य सदस्यों के बीच इस बात को लेकर सहमति थी कि कश्मीर भारत और पाकिस्तान के बीच का द्विपक्षीय मामला है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के उप स्थायी प्रतिनिधि के नागराज नायडू ने बुधवार को ‘संगठन के काम पर महासचिव की रिपोर्ट’ विषय पर महासभा सत्र में कहा कि पाकिस्तान ‘‘विवाद और कटु बयानबाजी’’ को समाप्त करने तथा सामान्य संबंध बहाल करने के लिए कदम उठाने की जगह ‘‘झूठी बयानबाजी करता है और सच्चाई को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अंधकार में रखता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल बड़ी सहजता से नफरत फैलाने वाले भाषण देता है। यह प्रतिनिधिमंडल जब कभी बोलता है, तो जहर उगलता है और बड़े अनुपात में गलत बयानबाजी करता है।’’
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नायडू ने कहा, ‘‘यह बहुत ही हैरानी की बात है कि जिस देश ने अपनी अल्पसंख्यक आबादी को पूरी तरह तबाह कर दिया है, वह अल्पसंख्यकों की रक्षा करने की बात करता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान को यह विचार करने की आवश्यकता है कि उसकी इस झूठी बयानबाजी से कोई प्रभावित होने वाला नहीं है और उसे कूटनीति के सामान्य कामकाज करने चाहिए।’’ संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान मिशन के सलाहकार साद अहमद वाराइच ने सत्र के दौरान जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठाया था जिसके बाद भारत ने यह प्रतिक्रिया दी।
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