बेहतर निगरानी के लिए पीसीआर अधिकारियों को थानों से जोड़ा जाएगा : दिल्ली पुलिस

 Delhi Police

बेहतर निगरानी और कानून व्यवस्था के मुद्दों से कुशलता से निपटने के लिए दिल्ली पुलिस के नियंत्रण कक्ष की गश्त लगाने वाली गाड़ियों को बुधवार से थानों के साथ जोड़ा जाएगा।

नयी दिल्ली। बेहतर निगरानी और कानून व्यवस्था के मुद्दों से कुशलता से निपटने के लिए दिल्ली पुलिस के नियंत्रण कक्ष की गश्त लगाने वाली गाड़ियों को बुधवार से थानों के साथ जोड़ा जाएगा। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। वर्तमान प्रणाली में केन्द्रीय पुलिस नियंत्रण कक्ष (पीसीआर) की कमान के तहत इन वाहनों के अपने ‘पेट्रोलिंग बीट’, ‘बेस पॉइंट’ और मार्ग हैं। इन्हें ‘मोबाइल गश्ती वैन’ (एमपीवी) भी कहा जाता है। दिल्ली पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी चिन्मय बिस्वाल ने बताया कि इन्हें जोड़े जाने से जांच सहित बल की कार्यप्रणाली भी बेहतर होगी।

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अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना द्वारा सभी पहलुओं पर गौर करने के बाद इस प्रणालीगत परिवर्तन के समन्वय के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया और उसके बाद यह कदम उठाया गया। समिति में मुख्यालय की विशेष पुलिस आयुक्त सुंदरी नंदा, विशेष पुलिस आयुक्त (संचालन) मुक्तेश चंदर और विशेष पुलिस आयुक्त (दक्षिण क्षेत्र) सतीश गोलछा शामिल थे।

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बिस्वाल ने कहा, ‘‘पुलिस नियंत्रण कक्ष (पीसीआर) और पुलिस थाना बीट्स के वर्तमान क्षेत्राधिकार के विलय से थानों की ‘बीट पेट्रोलिंग’ करने और अपराधियों तथा अवैध गतिविधियों पर बेहतर तरीके से नजर रखने के अलावा कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अधिकारियों तथा वाहनों की क्षमता में भी वृद्धि होगी। नई व्यवस्था में अब 800 से अधिक पीसीआर, एमपीवी को थानों के साथ जोड़ा जाएगा।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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