टीका लगवाना व्यक्तिगत निर्णय, लोगों का भरोसा धीरे-धीरे बढ़ेगा: सत्येंद्र जैन

Satyendar Jain

साथ ही कहा कि लोगों का भरोसा धीरे-धीरे बढ़ेगा। दिल्ली में सोमवार को करीब 3600 स्वास्थ्यकर्मियों को कोविड-19 का टीका लगाया गया था जोकि टीकाकरण अभियान के पहले दिन की तुलना में कम रहा।

नयी दिल्ली। कोविड-19 टीकाकरण अभियान के दो दिनों में स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगने की रफ्तार धीमी रहने के बीच दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने मंगलवार को कहा कि यह कवायदस्वैच्छिक और व्यक्तिगत निर्णय से जुड़ी है किटीका लगवाना है या नहीं? हालांकि लोगों का भरोसा बढ़ाने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं। साथ ही कहा कि लोगों का भरोसा धीरे-धीरे बढ़ेगा। दिल्ली में सोमवार को करीब 3600 स्वास्थ्यकर्मियों को कोविड-19 का टीका लगाया गया था जोकि टीकाकरण अभियान के पहले दिन की तुलना में कम रहा। 

इसे भी पढ़ें: 29 जनवरी से 15 फरवरी तक चलेगा बजट सत्र, लोकसभा अध्यक्ष ने दी जानकारी

जैन ने संवाददाताओं से कहा, दिल्ली में दिन का लक्ष्य 8,136 था और 3,598 को टीका लगाया गया जोकि लक्ष्य का करीब 44 फीसदी है। उन्होंने कहा कि यह एक स्वैच्छिक कार्यक्रम है और लोग स्वयं अपना फैसला ले रहे हैं क्योंकि यह शुरुआती चरण है। यह पूछे जाने पर कि कुछ नेताओं द्वारा इसके प्रभाव एवं सुरक्षा को लेकर संशय जताया जाना भी एक कारण हो सकता है तो जैन ने कहा, नहीं। टीका लगवाना व्यक्तिगत निर्णय है और इसका टीके के संबंध में की गई राजनीतिक बयानबाजी से कोई लेना-देना नहीं है। 

इसे भी पढ़ें: उत्तर प्रदेश में कोरोना से चार और मौत, 376 नये मरीज मिले

शनिवार को शुरू हुए देशव्यापी टीकाकरण अभियान के अंतर्गत शहर में 8,117 स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगाने का लक्ष्य था जबकि 81 केंद्रों में कुल 4,319 (53 फीसदी) कर्मियों को ही टीका लगाया जा सका। वहीं, मंगलवार को टीके के बाद प्रतिकूल असर के 26 मामले सामने आए, जिनमें से एक को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। जैन ने कहा कि एलबीएस अस्पताल के एक डॉक्टर को भर्ती कराना पड़ा है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़