रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच क्वाड नेताओं की वर्चुअल बैठक में शिरकत करेंगे PM मोदी

क्वाड नेताओं की बैठक में हिंद-प्रशांत क्षेत्र में महत्वपूर्ण विकास कार्यों के बारे में विचारों का आदान-प्रदान होगा। इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी वर्चुअल माध्यम से हिस्सा लेंगे। क्वाड की बैठक ऐसे समय में हो रही है जब रूसी सैनिकों ने यूक्रेन के कई हिस्सों पर कब्जा कर लिया है।
नयी दिल्ली। रूस और यूक्रेन के बीच आठवें दिन भी युद्ध जारी है। इसी बीच खबर सामने आ रही है कि क्वाड नेताओं की वर्चुअल बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिस्सा लेंगे। यह बैठक आज यानी की 3 मार्च दिन गुरुवार को होने वाली है। इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन और जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा हिस्सा लेंगे।
इसे भी पढ़ें: विदेश मंत्रालय ने कहा- किसी भारतीय छात्र को बंधक बनाने को लेकर कोई खबर नहीं मिली
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, क्वाड नेताओं की बैठक में हिंद-प्रशांत क्षेत्र में महत्वपूर्ण विकास कार्यों के बारे में विचारों का आदान-प्रदान होगा। इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी वर्चुअल माध्यम से हिस्सा लेंगे। क्वाड की बैठक ऐसे समय में हो रही है जब रूसी सैनिकों ने यूक्रेन के कई हिस्सों पर कब्जा कर लिया है और यूक्रेन लगातार विश्व नेताओं के मदद की गुहार लगा रहा है।
Prime Minister Narendra Modi will participate along with US President Joe Biden, Australian PM Scott Morrison, and Japanese PM Fumio Kishida in a Quad Leaders' virtual meeting today: Ministry of External Affairs pic.twitter.com/MduZsfcMJN
— ANI (@ANI) March 3, 2022
क्या एशियाई नाटो है क्वाड ?
कुछ वक्त पहले भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने क्वाड के एशियाई नाटो होने की धारणा को खारिज करते हुए कहा था कि कुछ प्रभावित पक्ष हैं, जो इस तरह की उपमा को आगे बढ़ाते हैं और किसी को भी इसमें फंसना नहीं चाहिए। उन्होंने कहा था कि चार देशों का यह समूह अधिक विविध और बिखरी हुई दुनिया का जवाब देने का 21वीं सदी का एक तरीका है।
इसे भी पढ़ें: यू्क्रेन में युद्ध के बीच राष्ट्रपति जेलेंस्की की सीरीज ‘सर्वेंट ऑफ द पीपुल’ की बढ़ी लोकप्रियता
एस जयशंकर ने कहा था कि मैं आपसे एशियाई-नाटो की उपमा में न फंसने का अनुरोध करता हूं। ऐसा इसलिए नहीं कि तीन देश हैं, जो संधि सहयोगी हैं। हम संधि सहयोगी देश नहीं है। यह अधिक विविध, बिखरी हुई दुनिया का जवाब देने का 21वीं सदी का एक तरीका है। क्वाड अमेरिका, भारत, ऑस्ट्रेलिया और जापान का समूह है।
अन्य न्यूज़












