मालेगांव बम ब्लास्ट की आरोपी प्रज्ञा ठाकुर के स्वास्थ्य को लेकर कांग्रेस ने उठाए सवाल

pragya-thakur-accused-of-malegaon-bomb-blast-congress-raised-the-que
दिनेश शुक्ल । Jun 7 2019 6:27PM

कांग्रेस प्रवक्ता मिश्रा कहते है कि- यह तो धोखे और पैंतरेबाजी की दोयम दर्जे की पराकाष्ठा है जिसको लेकर आपराधिक प्रकरण दर्ज होना चाहिए।

भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता के.के.मिश्रा ने भोपाल सांसद और मालेगांव बम धमाकों की मुख्य आरोपी प्रज्ञा ठाकुर के स्वास्थ्य को लेकर सवाल खड़े किए है। प्रज्ञा ठाकुर को गुरूवार को एनआईए कोर्ट के सामने हाजिर होना था लेकिन स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर वह शुक्रवार को एनआईए कोर्ट में हाजिर हुई। जिसको लेकर वकील और वरिष्ठ कांग्रेस प्रवक्ता के के मिश्रा ने प्रज्ञा ठाकुर और उनके डॉक्टर पर सवाल खडे किए है। कांग्रेस प्रवक्ता मिश्रा कहते है कि यह तो धोखे और पैंतरेबाजी की दोयम दर्जे की पराकाष्ठा है जिसको लेकर आपराधिक प्रकरण दर्ज होना चाहिए।

इसे भी पढ़ें: प्रज्ञा ठाकुर की मुश्किलें बढ़ीं, कोर्ट के समक्ष हर हफ्ते होना होगा हाजिर

कांग्रेस प्रवक्ता के.के. मिश्रा यही नहीं रूकते वह कहते है कि भोपाल से निर्वाचित सांसद, मालेगांव बम ब्लास्ट की आरोपी प्रज्ञा सिंह ठाकुर यूं तो धोखे-पैंतरेबाजी की पर्याय हैं किंतु गुरुवार को उन्होंने न्यायपालिका को भी इसका शिकार बनाया, कोर्ट पेशी में अनुपस्थिति को लेकर वे बीमार हो गईं, उनकी बीमारी का दावा करने वाले भी कोई और नहीं व्यापमं महाघोटाले में जेल की हवा खा चुके डॉ. अजय शंकर मेहता हैं, जिन्होंने प्रज्ञा सिंह को बीमार व अपने हास्पिटल में दाख़िल होना बताया। बावजूद इसके प्रज्ञा सिंह राजधानी की ही तपती धूप 44 डिग्री तापमान में एक सार्वजिक समारोह में शिरकत करती हुई पाई गईं। महत्वपूर्ण यह है कि देश के सर्वोच्च सदन में संविधान की रक्षा करने की शपथ लेने वाली एक सांसद न्यायपालिका को कितना बड़ा धोखा दे रही हैं, व्यापमं के आरोपित डॉक्टर उन्हें बीमारी का झूठा प्रमाणपत्र दे रहे हैं। लिहाज़ा अभियोजन पक्ष को माननीय न्यायालय के समक्ष इस गंभीर मसले का संज्ञान दिलाना चाहिए, यही नहीं स्वास्थ्य मंत्रालय के जबाबदारों को अपराधी डॉक्टर अजय शंकर मेहता के खिलाफ़ आपराधिक प्रकरण दर्ज कर उनका लाइसेंस रद्द करना चाहिए ताकि देश में कानून सभी के लिए समान है, परिलक्षित होना चाहिए, यदि ऐसा नहीं होता है तो यह देश, लोकतंत्र और पवित्र संविधान की अवमानना ही कही जाएगी? 

दरअसल गुरूवार को भोपाल सांसद प्रज्ञा ठाकुर को एनआईए विशेष कोर्ट में हाजिर होना था लेकिन स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर वह अस्पताल में भर्ती हो गई और जांच के बाद वह सीधे महाराणा प्रताप जयंति के अवसर पर भोपाल में आयोजित समारोह में वह पहुँची और जब उनसे स्वास्थ्य खराब होने की बात पूछी गई तो उन्होनें कहा कि गर्मी के कारण ऐसा हो जाता है। इस दौरान वह भरी दोपहर में इस समारोह में चहल कदमी करती नज़र आई। 

इसे भी पढ़ें: नीतीश के बयान पर राबड़ी देवी का पलटवार, बोलीं- सरकार से हो जाना चाहिए अलग

महाराष्ट्र के मालेगांव में 29 सितंबर 2008 को एक बम ब्लास्ट में 7 लोगों की मौत हुई थी और 100 से अधिक लोग घायल हुए थे। सरकार ने इस मामले की जाँच एटीएस को सौंपी थी। इस मामले में 24 अक्टूबर 2008 को स्वामी असीमानंद, कर्नल पुरोहित और प्रज्ञा ठाकुर को गिरफ्तार किया गया था वही तीन आरोपी फरार दिखाए गए थे बाद में यह जांच एनआईए को सौंप दी गई। अप्रैल 2017 में प्रज्ञा ठाकुर को 9 साल की कैद के बाद सशर्त जमानत दी गई थी। प्रज्ञा ठाकुर पर आरएसएस प्रचारक सुनील जोशी हत्याकांड में शामिल होने के भी आरोप लगे थे हालांकि फरवरी 2017 में देवास जिला आदालत ने प्रज्ञा ठाकुर सहित आठों आरोपियों को बरी कर दिया था। लेकिन प्रदेश में कांग्रेस की सत्ता आते ही सरकार ने आरएसएस प्रचारक सुनील जोशी हत्याकांड की फाईल एक बार फिर खोलने की बात कही है। 

लेकिन भोपाल सांसद प्रज्ञा ठाकुर का गुरूवार को स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर एनआईए कोर्ट में पेश न होना और सार्वजनिक समारोह में पहुंचकर मीडिया के सामने यह कहना कि गर्मी के कारण हो जाता है साथ ही अस्पताल से डॉक्टर द्वारा जांच के बाद तुरंत छुट्टी दे देना कही न कही काँग्रेस प्रवक्ता के.के. मिश्रा के उठाए सवालों को बल देता है। 

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़