सर्वदलीय बैठक के बाद बोले प्रह्लाद जोशी, हम हर मुद्दे पर चर्चा करने के लिए तैयार, विपक्ष की ओर से सुझाव आए हैं

P Joshi
ANI
अंकित सिंह । Dec 6 2022 1:56PM

बैठक के बाद केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने इसको लेकर जानकारी भी दी है। अपने बयान में प्रहलाद जोशी ने कहा कि हम हर मुद्दे पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं, विपक्ष की ओर से कुछ सुझाव आए हैं। उन्होंने कहा कि स्पीकर और चेयरमैन की अनुमति के बाद चर्चा होगी।

बुधवार से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है। आज इसको लेकर सर्वदलीय बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अलावा राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल व संसदीय कार्य मंत्री पहलाद जोशी और संसदीय कार्य राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल मौजूद रहे। टीएमसी की ओर से इस बैठक में डेरेक ओ'ब्रायन शामिल हुए। बैठक में कांग्रेस से अधीर रंजन चौधरी, तृणमूल कांग्रेस से सुदीप बंदोपाध्याय, डेरेक ओ ब्रायन, द्रमुक से टी आर बालू, आप से संजय सिंह सामिल हुए। इसके अलावा कई और दलों के नेताओं ने इस बैठक में हिस्सा लिया। इसमें सदन का कामकाज सुचारू रूप से सुनिश्चित करने, सत्र के दौरान विधायी कार्यों एवं इससे जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई। 

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बैठक के बाद केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने इसको लेकर जानकारी भी दी है। अपने बयान में प्रहलाद जोशी ने कहा कि हम हर मुद्दे पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं, विपक्ष की ओर से कुछ सुझाव आए हैं। उन्होंने कहा कि स्पीकर और चेयरमैन की अनुमति के बाद चर्चा होगी। 47 पार्टियों में से 31 पार्टियों ने इस बैठक में हिस्सा लिया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मैं इस आरोप की निंदा करता हूं कि हम क्रिसमस की उपेक्षा कर रहे हैं। 24 व 25 दिसंबर को अवकाश रहेगा। आपको बता दें कि संसद का शीतकालीन सत्र सात दिसंबर से शुरू होगा और यह 29 दिसंबर को समाप्त होगा। इस सत्र में 17 बैठकें होंगी।

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संसद के शीतकालीन सत्र से पहले कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि हमने सरकार को कहा है कि जैसे हिंदू, मुस्लिम के त्योहार होते हैं वैसे ईसाई लोगों का भी त्योहार होता है। यह बात ईसाई लोगों के त्योहार के समय ध्यान रखनी जरूरी है।उनकी जनसंख्या कम है लेकिन यह बात हमें सोचनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हम सत्र को छोटा, बंद कर त्योहर मनाने के लिए नहीं कह रहे बल्कि सरकार को इसके बारे में सोचने के लिए कह रहे। सरकार 24-25 विषयों पर चर्चा कराना चाहती है जिसके लिए समय नहीं, क्योंकि यह सत्र 17 दिन का है। 

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