PM मोदी का पाक पर हमला, कहा- आतंक का समर्थन करने वालों की जवाबदेही तय हो
मोदी ने कहा कि भारत अभी 2 वर्ष से एससीओ का स्थायी सदस्य हैं, हमने एससीओ की सभी गतिविधियों में सकारात्मक योगदान दिया है।
एससीओ शिखर सम्मेलन की बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान पर बिना नाम लिए कड़ा प्रहार किया है और कहा है कि आतंकवाद का समर्थन, सहायता और वित्तपोषण कर रहे देशों की जवाबदेही तय होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि साहित्य और संस्कृति हमारे समाज को एक सकारात्मक गतिविधि प्रदान करती है और युवाओं में कट्टरता के प्रसार को रोकती है। श्रीलंका की अपनी यात्रा के दौरान मैंने सेंट एंथोनी के धर्मस्थल का दौरा किया, जहां मैंने आतंकवाद के कुरूप चेहरे को देखा, जो निर्दोष लोगों की जान लेता है।
PM Modi addressing leaders of member states at the SCO summit in Bishkek: India has been a permanent SCO member for 2 yrs now, we've given a positive contribution in all activities of SCO. We've continued engagements to enhance SCO's role & credibility on the international stage. pic.twitter.com/qjyx5unAWY
— ANI (@ANI) June 14, 2019
मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सहयोग को मजबूत करने की एससीओ की भावना और उसके विचारों को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि भारत आतंकवाद मुक्त समाज के लिए खड़ा है। मोदी ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की मौजूदगी में कहा कि आतंकवाद से निपटने के लिए देशों को अपने संकीर्ण दायरे से बाहर आकर इसके खिलाफ एकजुट होना होगा।
Prime Minister Narendra Modi addressing the leaders of Shanghai Cooperation Organisation member states at the SCO summit in Bishkek, Kyrgyzstan. pic.twitter.com/hiJzyVLhj0
— ANI (@ANI) June 14, 2019
PM Narendra Modi addressing leaders of member states at the SCO summit in Bishkek, Kyrgyzstan: To tackle the danger of terrorism, all humanitarian powers should come forward together. Countries that provide encouragement, support, & finances to terrorism must be held accountable. pic.twitter.com/1h1vb9tgIU
— ANI (@ANI) June 14, 2019
मोदी ने कहा कि भारत अभी 2 वर्ष से एससीओ का स्थायी सदस्य हैं, हमने एससीओ की सभी गतिविधियों में सकारात्मक योगदान दिया है। हमने अंतर्राष्ट्रीय मंच पर एससीओ की भूमिका और विश्वसनीयता को बढ़ाने के लिए काम जारी रखा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आतंकवाद के खतरे से निपटने के लिए सभी मानवीय शक्तियों को एक साथ आगे आना चाहिए।
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