प्रधानमंत्री मोदी ने पहले 100 दिनों में ''मन की बात'' कार्यक्रम में कहीं यह महत्वपूर्ण बातें

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अंकित सिंह । Sep 7 2019 3:10PM

यह बातें राजनीतिक हो सकती हैं। यह बातें राजनीतिक नफा नुकसान को देखते हुए की जा सकती हैं। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की जा रही ''मन की बात'' अपने आप में राजनीति से पूरी तरीके से दूर है।

सियासत से जुड़ा कोई भी व्यक्ति जब जनता के साथ संवाद करता है तो हमारे मन में सबसे पहले यही आता है कि पक्का इसमें राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश की जाएगी। यह बातें राजनीतिक हो सकती हैं। यह बातें राजनीतिक नफा नुकसान को देखते हुए की जा सकती हैं। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की जा रही 'मन की बात' अपने आप में राजनीति से पूरी तरीके से दूर है। यह कार्यक्रम जनचेतना और सामाजिक उत्थान में एक बड़ा महत्वपूर्ण कदम साबित हो रहा है। 'मन की बात' में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऐसे मुद्दों को उठाते हैं जो आगे चलकर देश के लोगों का कल्याण कर सकें। देश की तरक्की में एक अहम योगदान दे सकें और साथ ही साथ लोगों को एक तरीके से जोड़ सकें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने इस कार्यक्रम में देश की कला-संस्कृति पर भी बहुत ज्यादा ध्यान देते हैं और उसके उत्थान की भी बात करते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने इस कार्यक्रम में सामाजिक बुराइयों को जोर-शोर से उठाते हैं और जनता से उसे दूर होने की भी अपील करते हैं। मन की बात जो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर महीने करते हैं उसकी शुरुआत 2014 में 3 अक्टूबर को यानी कि विजयादशमी के दिन हुई थी। उसके बाद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर महीने जनता से मन की बात करते हैं। 2015 में ऐतिहासिक क्षण मन की बात कार्यक्रम में तब आया जब अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा गणतंत्र दिवस में शामिल होने के लिए भारत आए थे और 27 जनवरी को प्रसारित मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ जनता से बातचीत की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम को लेकर विपक्ष ने राज्यों में चुनाव के दौरान सवाल जरूर उठाए और आचार संहिता का हवाला भी दिया पर यह कार्यक्रम लगातार चलता रहा। 2019 में फरवरी के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने इस कार्यक्रम को 3 महीने नहीं किया क्योंकि देश में आम चुनाव थे। 

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25 अगस्त 2019 तक इस कार्यक्रम के अब तक के 56 एपिसोड प्रसारित किए जा चुके हैं। इस कार्यक्रम का प्रसारण आकाशवाणी के राष्ट्रीय और क्षेत्रीय केंद्रों के साथ-साथ डीडी नेशनल, डीडी न्यूज़ और डीटीएच सेवाओं पर भी प्रसारित किया जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार लोगों से संवाद के लिए सुझाव भी मांगते हैं जो कि इस कार्यक्रम में शामिल किए जाते हैं। इसके अलावा लोगों से इस कार्यक्रम में बात भी की जाती है। कभी-कभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं फोन करके किसी खास व्यक्ति से बात करते हैं। 'मन की बात' कार्यक्रम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए जितना खास है उससे भी ज्यादा अब यह कार्यक्रम देशभर में काफी लोकप्रिय हो गया है। लोग बड़े चाव से इसे सुनते हैं और प्रधानमंत्री द्वारा अपील की गई बातों पर अमल करने की भी कोशिश करते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल के 100 दिन पूरे होने वाले हैं और अब तक नरेंद्र मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल में तीन 'मन की बात' कार्यक्रम कर चुके हैं। इन तीनों मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने क्या कहा, कौन सी बड़ी बातें कहीं जो जन जागरण के लिए बेहद ही महत्वपूर्ण है। आइए जानते हैं। 

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दूसरे कार्यकाल का पहला मन की बात कार्यक्रम 30 जून को

अपने दूसरे कार्यकाल में पहली बार मन की बात करते हुए कहा पीएम मोदी ने कहा कि एक लंबे अंतराल के बाद आपके बीच मन की बात, जन-जन की बात, जन-मन की बात इसका हम सिलसिला जारी कर रहे हैं। चुनाव की आपाधापी में व्यस्तता तो ज्यादा थी लेकिन मन की बात का मजा ही गायब था, एक कमी महसूस कर रहा था। हम 130 करोड़ देशवासियों के स्वजन के रूप में बातें करते थे। यह देश और समाज के लिए आईने की तरह है। ये हमें बताता है कि देशवासियों के भीतर अंदरूनी मज़बूती, ताक़त और टैलेंट की कोई कमी नहीं है। पीएम मोदी ने कहा कि जब देश में आपातकाल लगाया गया तब उसका विरोध सिर्फ राजनीतिक दायरे तक सीमित नहीं रहा था, राजनेताओं तक सीमित नहीं रहा था, जेल की सलाखों तक, आन्दोलन सिमट नहीं गया था। भारत गर्व के साथ कह सकता है कि हमारे लिए, कानून नियमों से परे लोकतंत्र हमारे संस्कार हैं, लोकतंत्र हमारी संस्कृति है, लोकतंत्र हमारी विरासत है। पीएम ने पानी के मुद्दे को रेखांकित करते हुए कहा कि जल की महत्ता को सर्वोपरि रखते हुए देश में नया जल शक्ति मंत्रालय बनाया गया है। इससे पानी से संबंधित सभी विषयों पर तेज़ी से फैसले लिए जा सकेंगे। मेरा पहला अनुरोध है, जैसे देशवासियों ने स्वच्छता को एक जन आंदोलन का रूप दे दिया। आइए, वैसे ही जल संरक्षण के लिए एक जन आंदोलन की शुरुआत करें। देशवासियों से मेरा दूसरा अनुरोध है। हमारे देश में पानी के संरक्षण के लिए कई पारंपरिक तौर-तरीके सदियों से उपयोग में लाए जा रहे हैं। मैं आप सभी से, जल संरक्षण के उन पारंपरिक तरीकों को शेयर करने का आग्रह करता हूँ। मोदी ने कहा कि लोकसभा चुनाव में 61 करोड़ से ज्यादा लोगों ने वोट दिया। 61 करोड़- यह संख्या हमें बहुत ही सामान्य लग सकती है लेकिन अगर दुनिया के हिसाब से मैं कहूं तो अगर एक चीन को छोड़ दे तो भारत में दुनिया के किसी भी देश की आबादी से ज्यादा लोगों ने वोटिंग किया था। 2019 का लोकसभा का चुनाव अब तक के इतिहास में दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक चुनाव था। मुझे और एक बात के लिए भी आपका और दुनिया के लोगों का आभार व्यक्त करना है। 21 जून को फिर से एक बार योग दिवस में उमंग के साथ, एक-एक परिवार के तीन-तीन चार-चार पीढ़ियां, एक साथ आ करके योग दिवस को मनाया। शायद ही कोई जगह ऐसी होगी, जहां इंसान हो और योग के साथ जुड़ा हुआ न हो, इतना बड़ा, योग ने रूप ले लिया है। योग के क्षेत्र में योगदान के लिए Prime Minister’s Awards की घोषणा, अपने आप में मेरे लिए एक बड़े संतोष की बात थी। 

दूसरा मन की बात कार्यक्रम 28 जुलाई

प्रधानमंत्री नरेन्द मोदी ने कश्मीर के लोगों के विकास की मुख्यधारा से जुड़ने के लिये बेताब होने का जिक्र करते हुए अपने दूसरे मन की बात कार्यक्रम में कहा कि विकास की शक्ति, बम-बंदूक की शक्ति पर हमेशा भारी पड़ती है और जो लोग विकास की राह में नफरत फैलाना चाहते हैं, अवरोध पैदा करना चाहते हैं, वो कभी अपने नापाक इरादों में कामयाब नहीं हो सकते। प्रधानमंत्री ने अमरनाथ यात्रा की सफलता के लिए जम्मू-कश्मीर के लोगों और उनकी मेहमान-नवाजी की भी सराहना की। उन्होंने उत्तराखंड की चार धाम यात्रा का भी जिक्र किया जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं और पर्यटकों ने पवित्र तीर्थस्थलों की यात्रा की है। उन्होंने बताया कि 2013 की विनाशकारी आपदा के बाद आठ लाख से अधिक लोग केदारनाथ मंदिर में दर्शन कर चुके है। अपने 25 मिनट के संबोधन में प्रधानमंत्री ने लोगों से 15 अगस्त को विशेष तैयारियों के साथ मनाने का आह्वान किया। देश के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ की स्थिति पर प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र, राज्य सरकारों के साथ मिलजुलकर तेजी से काम कर रहा है ताकि लोगों को तुरंत राहत पहुंचायी जा सके। उन्होंने साथ ही कहा कि जल संरक्षण के मुद्दे ने देश में हलचल पैदा कर रखी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘चंद्रयान 2’ मिशन के सफल प्रक्षेपण का जिक्र करते हुए स्कूली बच्चों के लिए एक क्विज प्रतियोगिता की घोषणा की जिसमें सर्वाधिक स्कोर करने वाले बच्चों को 7 सितंबर को श्रीहरिकोटा में ‘चंद्रयान 2’ की लैंडिंग के क्षण का साक्षी बनने का मौका मिलेगा। आकाशवाणी पर प्रसारित ‘मन की बात’ कार्यक्रम में अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने ‘जल संरक्षण’, ‘मास्को वर्ल्ड चिल्ड्रेन विनर्स गेम्स’ में भारतीय खिलाड़ियों के अच्छे प्रदर्शन और पुस्तक पढ़ने जैसे विषयों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि ‘चंद्रयान 2 मिशन’ ने एक बार फिर यह साबित किया है कि जब बात नए क्षेत्र में कुछ नया कर गुजरने की हो, नवोन्मेषी लगन की हो, तो हमारे वैज्ञानिक सर्वश्रेष्ठ हैं, विश्व-स्तरीय हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें याद रखना चाहिए कि जीवन में भी मुश्किलों को पार करने का सामर्थ्य हमारे भीतर ही है। 

तीसरा मन की बात कार्यक्रम 25 अगस्त

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार प्रयोग होने वाले प्लास्टिक के खिलाफ दो अक्टूबर से एक ‘नया जन-आंदोलन’ शुरू करने का आह्वान किया। मोदी ने रेडियो पर प्रसारित अपने मासिक संबोधन ‘मन की बात’ में कहा कि जब देश राष्ट्रपिता की 150वीं जयंती मना रहा है, तब ऐसे में हम प्लास्टिक के खिलाफ एक नया जन-आंदोलन आरंभ करेंगे। उन्होंने पर्यावरण को बचाने के लिए प्लास्टिक कचरे के उचित संग्रह एवं भंडारण और निपटारे के प्रयासों का आह्वान किया। उन्होंने पोषण आहार के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए सितंबर माह को पोषण अभियान के रूप में मनाने का ऐलान करते हुए लोगों से इससे जुड़ने का आग्रह किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि साथियों, कई छोटी-छोटी चीजें हैं जिससे हम कुपोषण के खिलाफ़ एक प्रभावी लड़ाई लड़ सकते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे संस्कृत सुभाषित एक प्रकार से ज्ञान के रत्न होते हैं।इसमें लिखा है कि पृथ्वी में जल, अन्न और सुभाषित ये तीन रत्न हैं। मूर्ख लोग पत्थर को रत्न कहते हैं। हमारी संस्कृति में अन्न की बहुत अधिक महिमा रही है। यहाँ तक कि हमने अन्न के ज्ञान को भी विज्ञान में बदल दिया है। संतुलित और पोषक भोजन हम सभी के लिए जरूरी है। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से महिलाओं और नवजात शिशुओं के लिए पोषक आहार जरूरी है, क्योंकि, ये हमारे समाज के भविष्य की नींव है। पीएम मोदी ने मन की बात के कार्यक्रम में डिस्कवरी चैनल पर बेयर ग्रिल्स के साथ शो का जिक्र किया। पीएम मोदी ने कहा कि मुझसे इस बारे में बहुत सारे लोगों ने पूछा है। मैं इस एक एपिसोड से देश ही नहीं दुनियाभर के युवाओं से जुड़ गया हूं। 'मैन वर्सेज वाइल्ड' कार्यक्रम भारत का सन्देश, भारत की परंपरा, भारत के संस्कार, यात्रा में प्रकृति के प्रति संवेदनशीलता, इन सारी बातों से विश्व को परिचित कराने में मदद करेगा ऐसा मेरा पक्का विश्वास बन है। पीएम ने कहा, यह न्यू इंडिया है। हम लक्ष्यों को जल्दी से जल्द पूरा करते हैं। हमने 2019 में ही अपने यहां टाइगर की संख्या दोगुनी कर दी है। उन्होंने कहा कि 11 सितंबर से 'स्वच्छता ही सेवा अभियान' शुरू किया जाएगा।

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