पंजाब में सराय को मस्जिद बनाने का मामला भड़का, भारी पुलिस बल तैनात, दोनों पक्षों को दस्तावेज पेश करने का आदेश
स्थानीय लोगों के अनुसार दो सिख परिवार 2017 तक विवादित ढांचे में रह रहे थे और कथित तौर पर उन्हें छोड़ने के लिए मजबूर किया गया था। पता चला है कि वक्फ बोर्ड ने 2016 में ढांचे पर दावा पेश किया था।
उत्तर प्रदेश के वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद विवाद के बाद अब पंजाब के पटियाला के राजपुरा में भी ऐसा ही विवाद सामने आया है। सिख और हिंदू समुदायों के सदस्यों ने मुस्लिम समुदाय पर एक सिख सराय पर जबरन कब्जा करने और उसे मस्जिद में बदलने का आरोप लगाया है। हालांकि मुस्लिम समुदाय ने आरोप का खंडन किया है और कहा है कि गुजरांवाला मोहल्ला में मस्जिद आजादी से पहले से ही मौजूद है।
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क्या है दावा
स्थानीय लोगों के अनुसार दो सिख परिवार 2017 तक विवादित ढांचे में रह रहे थे और कथित तौर पर उन्हें छोड़ने के लिए मजबूर किया गया था। पता चला है कि वक्फ बोर्ड ने 2016 में ढांचे पर दावा पेश किया था। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार स्थानीय लोगों ने बताया कि सराय दो साल पहले एक मस्जिद में तब्दील कर दी गई और एक गुंबद बनाया गया था और इसे हरे रंग से रंगा गया था। इसके साथ ही ये भी आरोप लगाया गया है कि सिख धर्म के प्रतीकों को ढांचे से हटा दिया गया था।
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जवाबी दावा
इससे ठीक उलट मुस्लिम समुदाय ने कहा है कि मस्जिद 1947 से पहले भी मौजूद थी और अब केवल इसका जीर्णोद्धार किया गया है। बहरहाल, दोनों पक्षों को अपने दावों को साबित करने के लिए आवश्यक दस्तावेज जमा करने के लिए कहा गया है।
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