अंतरजातीय विवाहों से जातिवाद खत्म हो सकता है: अठावले

[email protected] । Aug 8 2016 10:35AM

दलितों के खिलाफ अत्याचार की हाल की घटनाओं के लिए जातिवाद पर दोषारोपण करते हुए अठावले ने कहा कि अंतरजातीय विवाहों को समाज की बेहतर एकता के लिए प्रोत्साहन दिया जाना चाहिए।

भोपाल। देश में दलितों के खिलाफ अत्याचार की हाल की घटनाओं के लिए जातिवाद पर दोषारोपण करते हुए केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा है कि अंतरजातीय विवाहों को समाज की बेहतर एकता के लिए प्रोत्साहन दिया जाना चाहिए। सामाजिक न्याय राज्य मंत्री और आरपीआई (ए) नेता ने रविवार को कहा, ‘‘मेरा मानना है कि सरकार को जाति के बाहर शादी करने वाले जोड़ों को धन देकर प्रोत्साहित करना चाहिए।’’

महाराष्ट्र के जाने-माने दलित नेता अठावले ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘केंद्र सरकार की अंतरजातीय प्रोत्साहन राशि को मौजूदा 2.50 लाख रुपये से बढ़ाकर पांच लाख रुपये कर देना चाहिए। मैं इस मुद्दे को उठाने जा रहा हूं।’’ उन्होंने कहा कि सबसे अधिक अंतरजातीय विवाह वाले जिलों को अनुदान के जरिए 10 करोड़ रुपये दिए जाने चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘दलितों पर हालिया हमलों का राजनीतिकरण बंद होना चाहिए बल्कि जातिवाद को खत्म करने पर जोर होना चाहिए। मैं जोरदार तरीके से महसूस करता हूं कि जातिवाद का जवाब अंतरजातीय विवाह है, जो दलितों के खिलाफ हालिया हिंसा का कारण था।’’

We're now on WhatsApp. Click to join.

Tags

    All the updates here:

    अन्य न्यूज़