अमित शाह को बदनाम करने की चेष्टा के लिये राहुल देश से मांगे माफी: योगी

योगी ने एक पत्रकार वार्ता में कहा, ''उच्चतम न्यायालय के महत्वपूर्ण फैसले ने कांग्रेस और उनके सहयोगियों को असलियत सामने ला दी है।
लखनऊ। सीबीआई की विशेष अदालत के न्यायाधीश बीएच लोया की मौत की स्वतंत्र जांच की मांग वाली याचिका को उच्चतम न्यायालय द्वारा खारिज किये जाने के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुये कहा कि वह देश से माफी मांगे। योगी ने एक पत्रकार वार्ता में कहा, 'उच्चतम न्यायालय के महत्वपूर्ण फैसले ने कांग्रेस और उनके सहयोगियों को असलियत सामने ला दी है। उच्चतम न्यायालय ने न्यायमूर्ति लोया की मौत को एक प्राकृतिक मौत माना है और अपने महत्वपूर्ण फैसले में इस बात को स्पष्ट किया है कि याचिका राजनीतिक कारणों से प्रेरित है। इस याचिका को राजनीतिक बदले की भावना से दाखिल किया गया था। इस जनहित याचिका के पीछे कुछ राजनीतिक षडयंत्र की बू स्पष्ट दिखती है। खास तौर पर इन याचिकाओ द्वारा देश की न्याय व्यवस्था और खासतौर पर उच्चतम न्यायालय को बदनाम करने का एक षडयंत्र भी इस प्रकार की याचिकाओं में छिपी हुई थी जो अत्यन्त ही दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है।'
उन्होंने कहा, 'राहुल गांधी ने इस संबंध में अपनी एक पत्रकार वार्ता की थी और लगभग 150 सांसदों के हस्ताक्षर युक्त एक ज्ञापन राष्ट्रपति को देकर एक राजनीतिक ढोंग करने का प्रयास किया था। कांग्रेस द्वारा राजनीतिक षडयंत्र लोकतंत्र के प्रति किया गया जिसे उच्चतम न्यायालय को बदनाम करने के लिये किया गया। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को बदनाम करने के लिये जो षडयंत्र राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी ने रचा है। एक बार फिर उस राजनीतिक षडयंत्र को उच्चतम न्यायालय के इस फैसले ने बेनकाब किया है। आज भारत की न्याय व्यवस्था ने सत्य को सबके सामने रखा है और सत्य की विजय एक बार पुन: हुई है। राहुल गांधी के इस षडयंत्र से देश के अंदर माहौल बिगाड़ने की चेष्टा थी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को बदनाम करने और राजनीतिक रूप से उन्हें समाप्त करने की कुत्सित चेष्टा उनके द्वारा की गयी गयी है। राहुल गांधी को और कांग्रेस पार्टी को अपने इस षडयंत्र के लिये देश की जनता से माफी मांगनी चाहिये।'
योगी ने अपने पहले ट्वीट में कांग्रेस अध्यक्ष गांधी को निशाना बनाते हुये कहा, 'न्यायमूर्ति लोया के मामले में वाद खारिज हो गया है, स्पष्ट है कि कांग्रेस का घृणित चेहरा सामने आया है। राहुल गांधी ने 150 सांसदों को लेकर शिकायत की थी, जबकि सबकुछ झूठ का पुलिन्दा निकला।" उन्होंने अपने दूसरे ट्वीट में कहा, "राहुल गांधी नहीं चाहते कि गांधी परिवार के अलावा इस देश में कोई शासन चलाए और जो शासन अच्छे प्रकार से चलाता है उसकी छवि को निरन्तर बदनाम करने का प्रयास करते हैं।"
उन्होंने कहा, 'उच्चतम न्यायालय के फैसले का हम स्वागत करते है, कांग्रेस का षडयंत्रकारी चेहरा एक बार फिर सामने आया है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने जिस प्रकार की बातें और जिस प्रकार से माहौल को दूषित करने का प्रयास किया था एक बार पुन: वह एक्सपोज हुए है। कांग्रेस शरारत के तहत देश के अंदर माहौल खराब करने का प्रयास कर रही है और यह प्रयास कर रही है जिससे इस देश के अंदर आम जन के मन में सरकार के प्रति गलत भावनायें पैदा हो।' उन्होंने कहा, 'राहुल गांधी ने एक समय में हिन्दू आतंकवाद शब्द दिया था। लश्कर जैसे दुर्दांत आतंकी संगठन को क्लीन चिट देने का दुस्साहसिक प्रयास किया था। न्यायमूर्ति लोया के मामले में कांग्रेस की असलियत सामने आ गयी है। राहुल गांधी को देश की जनता से इस शरारतपूर्ण चेष्टा के लिये माफी मांगना चाहिये और स्पष्ट करना चाहिये कि कांग्रेस नेतृत्व इस देश के खिलाफ कब तक इस प्रकार का षडयंत्र करता रहेगा।'
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