महाराष्ट्र मुद्दे पर लोकसभा में चल रहे हंगामे के कारण राहुल ने नहीं पूछा अपना सवाल

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[email protected] । Nov 25 2019 3:04PM

सदन को एक बार के स्थगन के बाद प्रश्नकाल में हंगामे के चलते दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।एक बार के स्थगन के बाद दोपहर बारह बजे जब सदन की बैठक शुरू हुई तो प्रश्नकाल में गांधी का प्रश्न पहले सवाल के रूप में सूचीबद्ध था।

नयी दिल्ली। लोकसभा में सोमवार को प्रश्नकाल के दौरान मौखिक सवाल के रूप में पहला प्रश्न कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नाम से सूचीबद्ध था किंतु महाराष्ट्र मुद्दे पर उस समय सदन में चल रहे हंगामे की ओर ध्यान दिलाते हुए वायनाड सांसद ने कहा, ‘‘महाराष्ट्र में लोकतंत्र की हत्या हुई है, ऐसे में मेरे सवाल पूछने का कोई मतलब नहीं है।’’महाराष्ट्र में सरकार गठन के मुद्दे पर कांग्रेस के सदस्य आसन के समक्ष आकर नारेबाजी कर रहे थे। सदन को एक बार के स्थगन के बाद प्रश्नकाल में हंगामे के चलते दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।एक बार के स्थगन के बाद दोपहर बारह बजे जब सदन की बैठक शुरू हुई तो प्रश्नकाल में गांधी का प्रश्न पहले सवाल के रूप में सूचीबद्ध था।

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तारंकित प्रश्न संख्या 101 में गांधी ने पूछा कि क्या मंत्रालय को अनुसूचित जनजातियों की लड़कियों एवं लड़कों के लिए नये छात्रावासों के निर्माण हेतु केरल सरकार से कोई प्रस्ताव प्राप्त हुआ है? यदि हां, तो इसका ब्यौरा एवं केरल में चल रहे छात्रावासों की सूची क्या है? निचले सदन में राहुल गांधी के सवाल के लिखित जवाब में जनजातीय कार्य राज्य मंत्री रेणुका सिंह सरूता ने बताया कि जनजाति बालिकाओं एवं बालकों के लिए छात्रावास की तत्कालीन योजना के तहत वर्ष 2017-18 में सात करोड़ रूपये, वर्ष 2016-17 में 20 करोड़ रूपये, 2015..16 में 69.35 करोड़ रूपये, वर्ष 2014..15 में 74.24 करोड़ रूपयेतथा 2013..14 में 101.05 करोड़ रूपये की निधि जारी की गई । उन्होंने कहा कि वर्ष 2019..20 के दौरान केरल में जनजातियों के लिए छात्रावास परियोजना के लिए 2.92 लाख करोड़ रूपये की राशि अनुमोदित की गई है।लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने प्रश्नकाल में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का नाम पूरक प्रश्न पूछने के लिए पुकार।इस सत्र में पहली बार सदन में पहुंचे गांधी ने पूरक प्रश्न पूछने से इनकार करते हुए कहा, ‘‘महाराष्ट्र में लोकतंत्र की हत्या हुई है, ऐसे में मेरे सवाल पूछने का कोई मतलब नहीं है।’’

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