राजस्थान के लोक कलाकारों को रोज शाम साज बजे सोशल मीडिया पर सुन सकते हैं लाइव

Rajasthan folk artists

मालवीय नेशनल इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी (एमएनआईटी) के इन्क्यूबेशन सेंटर के प्रमुख डॉ ज्योर्तिमय माथुर ने को बताया कि ऑनलाईन कार्यक्रम के जरिये लोककलाकारों को आर्थिक मदद के लिये धन दो तरह से जुटाया जाएगा, पहला दान के जरिए और दूसरा प्रायोजकों की मदद से।

जयपुर। कोरोना वायरस संक्रमण के कारण लागू लॉकडाउन का असर राजस्थान के लोक कलाकारों पर भी पड़ा है। विभिन्न कलाओं के जरिए आजीविका चलाने वाले इन लोक कलाकारों के मौजूदा संकट को दूर करने की कोशिशों में जुटा एक स्टार्टअप रोजाना सोशल मीडिया पर इनका लाइव कंसर्ट करा रहा है। स्टार्टअप हाउज पार्टी डॉट काम के संस्थापक अंशुल जैन ने को बताया, ‘‘लॉकडाउन के चलते मनोरंजन उद्योग को बड़ा झटका लगा। अपनी प्रस्तुतियों के जरिये कमाई करने वाले राजस्थान के जैसलमेर, बाडमेर, बीकानेर, जयपुर और अलवर के लोक कलाकारों को दुनिया जानती जरूर है परन्तु लॉकडाउन के चलते ये लोक कलाकार घरों में बंद हैं और उनके लिए आजीविका का संकट खड़ा हो गया है।’’ जैन ने बताया कि ‘वर्ल्ड म्यूजिक मसाला’ के संयुक्त तत्वावधान में फेसबुक पर प्रतिदिन शाम सात बजे एक लाइव कन्सर्ट शुरू किया गया है। उन्होंने बताया, ‘‘जिसमें राजस्थान के विभिन्न लोककलाकार भाग लेते हैं। इसमें ऐसी संस्थाओं को भी साथ जोड़ा गया है जो कलाकारों की आर्थिक मदद के लिए धन जुटाती हैं।’’ लोक कलाकारों का हौसला बनाये रखने के लिये पिछले आठ दिन से लगातार ऑनलाइन कन्सर्ट जारी है और इस कन्सर्ट को लगभग 20 हजार लोगों ने देखा है। उन्होंने कहा कि अभी तक कोई धन नहीं आया है लेकिन एमएनआईटी के जरिये धन जुटाने की एक योजना तैयार की गई है। उन्होंने बताया कि अब तक हमारे स्टार्टअप में करीब 700 लोक कलाकार जुड चुके है। इनमें प्रमुख लोककलाकारों में जैसलमेर के लोककलाकार मगधे खां और बाडमेर के लोककलाकार मंजूर खां का समूह शामिल है। 

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मालवीय नेशनल इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी (एमएनआईटी) के इन्क्यूबेशन सेंटर के प्रमुख डॉ ज्योर्तिमय माथुर ने को बताया कि ऑनलाईन कार्यक्रम के जरिये लोककलाकारों को आर्थिक मदद के लिये धन दो तरह से जुटाया जाएगा, पहला दान के जरिए और दूसरा प्रायोजकों की मदद से। उन्होंने बताया कि फिलहाल ऑनलाईन सेवा निशुल्क रखी गई है, लेकिन बाद में एक नम्बर दिया जायेगा जिसमें अपनी सुविधा के अनुसार व्यक्ति जितनी धन राशि चाहे दे सकता है। माथुर ने बताया कि इन दोनों तरीकों से मिलने वाले धन का एक हिस्सा लोक कलाकार को चला जायेगा।उन्होंने बताया कि शुरू में अच्छी प्रतिक्रिया मिली है और अब वित्तपोषण का अनुरोध किया जाएगा, आशा करते हैं कि लोग इसे भी पसंद करेंगे। माथुर ने बताया कि एमएनआई के इनक्यूबेशन सेंटर ने स्टार्टअप के विचार को मूर्त रूप देने व इसे वाणिज्यिक रूप से व्यावहारिक बनाने में मदद की है। इस कंसर्ट को रोज शाम सात बजे https://www.facebook.com/houzpartyindia देखा और सुना जा सकता है। 

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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