TMC और कांग्रेस के सांसदों के हंगामा के बाद राज्यसभा की कार्यवाही दूसरी बार स्थगित
सभापति ने कहा कि कांग्रेस सदस्य बी के हरिप्रसाद ने कर्नाटक मुद्दे पर चर्चा करने के लिए शून्यकाल स्थगित करने का अनुरोध किया है। नायडू ने कहा कि यह नोटिस इसलिए उन्होंने अस्वीकार किया क्योंकि शून्यकाल के दौरान कांग्रेस सदस्य यह मुद्दा उठा सकते हैं। गौरतलब है कि कर्नाटक की साल भर पुरानी कांग्रेस-जदएस गठबंधन सरकार 14 विधायकों के इस्तीफे की वजह से गिरने की कगार पर पहुंच गयी है।
नयी दिल्ली। कर्नाटक के राजनीतिक घटनाक्रम पर कांग्रेस सदस्यों और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के निजीकरण के मुद्दे पर तृणमूल कांग्रेस सदस्यों के हंगामे की वजह से मंगलवार को राज्यसभा की बैठक एक बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। हंगामे की वजह से उच्च सदन में शून्यकाल और प्रश्नकाल नहीं चल पाया। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में संसद सत्र के दौरान उच्च सदन में सोमवार को पहली बार हंगामे की वजह से कार्यवाही बाधित हुई। सुबह 11 बजे बैठक शुरू होने पर सदन में सभापति एम वेंकैया नायडू ने आवश्यक दस्तावेज पटल पर रखवाने के बाद कहा कि शून्यकाल स्थगित कर दो मुद्दों पर चर्चा करने के लिए नियम 267 के तहत उन्हें दो नोटिस मिले हैं। दोनों ही नोटिस उन्होंने अस्वीकार कर दिए हैं।
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सभापति ने कहा कि कांग्रेस सदस्य बी के हरिप्रसाद ने कर्नाटक मुद्दे पर चर्चा करने के लिए शून्यकाल स्थगित करने का अनुरोध किया है। नायडू ने कहा कि यह नोटिस इसलिए उन्होंने अस्वीकार किया क्योंकि शून्यकाल के दौरान कांग्रेस सदस्य यह मुद्दा उठा सकते हैं।
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Rajya Sabha has been adjourned till 2 PM following Opposition's uproar in the House, over the political situation in #Karnataka . pic.twitter.com/hdydghwf83
— ANI (@ANI) July 9, 2019
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