Telagana Congress में CM Candidate को लेकर बगावत, जीत के बाद आ गई खटास, Revanth Reddy के खिलाफ दिग्गजों ने खोला मोर्चा

Revanth Reddy
प्रतिरूप फोटो
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रितिका कमठान । Dec 5 2023 11:55AM

राज्य के कई बड़े नेताओं ने रेवंत रेड्डी के विरोध में मोर्चा खोल दिया है। तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी के चीफ रेवंत रेड्डी के नाम पर पार्टी के दिग्गज नेताओं ने मुख्यमंत्री के तौर पर मुहर लगाने से इनकार कर दिया है। वरिष्ठ उत्तम कुमार रेड्डी और भट्टी विक्रमार्क ने भी मुख्यमंत्री के पद पर अपनी दावेदारी पेश की है।

तेलंगाना चुनावों में कांग्रेस पार्टी ने शानदार जीत दर्ज की है। इस जीत के साथ ही पांच राज्यों में से एक जगह पार्टी अपनी सत्ता बनाने में सफल रही है। सत्ता बनाने के साथ ही राज्य में बगावत के सुर भी मजबूत होने लगे है। तेलंगाना में शानदार जीत मिलने के बाद कांग्रेस पार्टी में बगावत देखने को मिल रही है। ये बगावत मूल रूप से राज्य के मुख्यमंत्री पद को लेकर हो रही है।

माना जा रहा है कि राज्य के कई बड़े नेताओं ने रेवंत रेड्डी के विरोध में मोर्चा खोल दिया है। तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी के चीफ रेवंत रेड्डी के नाम पर पार्टी के दिग्गज नेताओं ने मुख्यमंत्री के तौर पर मुहर लगाने से इनकार कर दिया है। वरिष्ठ उत्तम कुमार रेड्डी और भट्टी विक्रमार्क ने भी मुख्यमंत्री के पद पर अपनी दावेदारी पेश की है। हालांकि इस संबंध में अबतक पार्टी ने कोई बयान जारी नहीं किया है। बता दें कि 119 सीटों वाले तेलंगाना में कांग्रेस ने 63 सीटों पर कब्जा जमाया है। बता दें कि राज्य में मुख्यमंत्री पद को लेकर हो रहे घमासान के बीच पार्टी ने साफ कर दिया है कि रोटेशन बेस पर मुख्यमंत्री नहीं बनाया जाएगा।

विधायकों में नहीं बनी आम सहमति 

बता दें कि राज्य में पार्टी बनाने के लिए हैदराबाद में सोमवार को ही विधायक दल की बैठक की गई थी। इस बैठक में पार्टी के विधायकों के बीच आम सहमति नहीं बन सकी है। पार्टी के कई बड़े नेता रेवंत रेड्डी के मुख्यमंत्री बनने के खिलाफ है। इन नेताओं में मल्लु भाटी विक्रमार्क, उत्तम कुमार रेड्डी, श्रीधर बाबू और कोमतीरेड्डी बंधुओं का नाम शामिल है। इसस पहले भी कहा जाता रहा है कि रेड्डी के काम करने के तरीकों से पार्टी के कई नेता खफा है। इसके बाद अब पार्टी आलाकमान को भी सूचना दे दी गई है। अब पार्टी राज्य में मुख्यमंत्री को लेकर फैसला कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को ही लेना है।

जानें विरोध का कारण

माना जा रहा है कि कांग्रेस के कई बड़े नेता पहलेभी रेड्डी पर सवाल खड़े करते रहे है। बीते वर्ष भी कहा गया था कि रेड्डी अकेले ही काम करते है। रेड्डी पर आरोप लगा था कि वो सभी नेताओं को साथ लेकर नहीं चलते। इस दौरान भी रेड्डी के खिलाफ बैठकों का दौर चला था।

खड़गे पर फैसला

तेलंगाना में नवनिर्वाचित कांग्रेस विधायकों की सोमवार को हुई बैठक में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) का नेता नियुक्त करने के लिए अधिकृत किया गया। कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने सीएलपी की बैठक के बाद पत्रकारों से कहा, ‘‘कांग्रेस के सभी नवनिर्वाचित सदस्यों ने कांग्रेस विधायक दल के नेता को नियुक्त करने के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को अधिकृत करने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया है।’’ शिवकुमार ने बताया कि निर्णय के लिये अधिकृत करने से संबंधित पत्र खरगे को भेजा जाएगा और विधायकों ने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के फैसले को स्वीकार करने का निर्णय लिया है। 

जल्द होगा शपथ ग्रहण

बता दें कि तेलंगाना में चुनाव होने के बाद शपथ ग्रहण का कार्यक्रम सोमवार चार दिसंबर को होना था। लेकिन बैठकों में देरी के कारण ऐसा नहीं हो सका। अब कहा जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में यह (शपथग्रहण) हो सकता है, क्योंकि मंगलवार शुभ दिन नहीं है। सूत्रों ने बताया कि मंत्रिमंडल को अंतिम रूप देने पर चर्चा चल रही है।

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