रिमोट कंट्रोल के चलते देश को नुकसान हुआः मोदी

रहा (असम)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि ‘‘पिछली सीट से ड्राइविंग’’ करने और ‘‘रिमोट कंट्रोल’’ के चलते देश को नुकसान हुआ है और असम के लोगों को राज्य में किसी अस्थिर सरकार से बचना चाहिए। मोदी ने यहां एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए लोगों से पूर्ण बहुमत के साथ भाजपा नीत सरकार चुनने की अपील की और असम में राजनीतिक अस्थिरता पैदा करने तथा राज्य को विकास की राह अपनाने से रोकने के लिए अफवाह फैलाने वाली ताकतों को शिकस्त देने को कहा।
उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के इस बयान पर निशाना साधा कि उनकी संप्रग सरकार महज बात की बजाय काम करने में यकीन रखती थी। उन्होंने कहा, ‘‘मनमोहनजी ने कहा कि जुबान से ज्यादा काम बोलता है तो अब तो आपका काम बोलने लगा है। यह तो सच है कि पाप बोलता है और अब तो पर्चे खुलने लगे हैं और सब परेशान हैं।’’ मोदी ने वस्तुत: पूर्व प्रधानमंत्री की चुटकी लेते हुए कहा कि राष्ट्र ‘‘पिछली सीट से ड्राइविंग’’ के चलते बहुत नुकसान उठा चुका है। उन्होंने लोगों से कहा कि वे किसी के हाथों में ‘‘रिमोट कंट्रोल’’ ना दें। उन्होंने कहा, ‘‘कुछ लोग हैं जो सोच रहे हैं कि वे त्रिशंकु विधानसभा का फायदा उठाएंगे और दावा कर रहे हैं कि वे काम-काज चलाएंगे। क्या इसकी इजाजत दी जानी चाहिए?’’
मोदी ने कहा, ‘‘पिछली सीट से ड्राइविंग के चलते देश को खासा नुकसान हो चुका है। क्या असम को पिछली सीट से इस ड्राइविंग के चलते बरबाद करने की इजाजत दी जा सकती है? उन्हें देश में रुचि नहीं है। किसी के हाथों में रिमोट कंट्रोल नहीं दें।’’ भाजपा ने बार बार आरोप लगाया है कि पिछली मनमोहन सरकार को ‘‘रिमोट कंट्रोल’’ से चलाया गया था और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी सभी अहम फैसले करती थीं। मोदी ने कहा कि कोयला घोटाला में दो लोगों को दोषी ठहराया गया है और संप्रग सरकार के दौरान 2जी जैसे घोटालों में संलिप्त लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।
उन्होंने असम के मुख्यमंत्री तरूण गोगोई पर आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार और भाई भतीजेवाद के कारण शासन को नुकसान उठाना पड़ा है। मोदी ने गोगोई पर आरोप लगाया कि वह अपने बेटे को आगे बढ़ाना चाहते हैं और कहा, ‘‘हम असम के बेटे और बेटियों के लिए चिंतित हैं, ना कि कुछ चुनिंदा लोगों के बेटे-बेटियों के लिए।’’ प्रधानमंत्री ने कहा, 'मतदान के लिए तीन दिन बचे हैं और लोग झूठ तथा अफवाहें फैलाने की कोशिश करेंगे। उनसे गुमराह नहीं हो कर और हर घर जा कर उनकी काट करना आपकी जिम्मेदारी है। अगर संयोग से असम में कोई अस्थिर सरकार बन जाती है तो देश को तोड़ने की कोशिश कर रही ताकतें फायदा उठाने की कोशिश करेंगी।’’
मोदी ने पहली बार असम चुनाव प्रचार के दौरान सारदा घोटाला का मुद्दा उठाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जन धन योजना यह सुनिश्चित करने के लिए शुरू की गई है ताकि इस तरह के घोटाले भविष्य में नहीं हों। चुनावी सभा में उन्होंने कहा, ‘‘गरीब चिट फंड में गए क्योंकि उनके पास बैंक तक पहुंच नहीं थी। यह मेरी सरकार है जिसने उन्हें प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत जीरो-बैलेंस बैंक खाता खोलने की इजाजत दे कर उन्हें चिट फंड में जाने से रोका।’'
मोदी ने खेद जताया कि आजादी के बाद शीर्ष पांच राज्यों मे रहने वाला असम कांग्रेस के 15 साल के ‘‘कुशासन’’ के बाद आज सबसे नीचे के चार राज्यों में है। उन्होंने कहा, ‘‘पिछले 15 साल के दौरान भारत के दूसरे राज्यों ने हर क्षेत्र में जो कुछ पाया, असम ने उसका महज एक तिहाई हासिल किया।’’ प्रधानमंत्री ने उम्मीद जताई कि असम के लोग दूसरे चरण में बड़ी संख्या में मताधिकार का उपयोग करेंगे और भाजपा तथा उसके सहयोगी दलों को जिताएंगे। उन्होंने कहा, ‘‘असम, पश्चिम बंगाल, ओडिशा में गरीबों को सारदा चिट फंड घोटाला में लूटा गया और हालांकि संलिप्त लोग जेल में सड़ रहे हैं तथ्य यह है कि गरीबों का धन गया।’’
मोदी ने यह बयान भाजपा नेता हिमंता बिस्वा शर्मा की मौजूदगी में दिया जिनसे सीबीआई ने सारदा चिट फंड घोटाले के सिलसिले में पूछताछ की थी। शर्मा तब तरूण गोगोई सरकार में मंत्री थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि जिस तरह केन्द्र में पूर्ण बहुमत वाली सरकार बनने से दुनिया में भारत की छवि बढ़ी है, असम के लोगों को भाजपा और उसके सहयोगी दलों की सरकार पूर्ण बहुमत से चुनना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘मेरे पास ए फॉर असम का एक ही मंत्र है। यह है विकास, तेज विकास चौतरफा विकास।’’
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