भोपाल जीएमसी के 28 जूनियर डॉक्टरों के इस्तीफे हुए मंज़ूर, भरने होंगे बॉन्ड के 30 लाख रुपये
जूनियर डॉक्टरों के समर्थन में अब महाराष्ट्र एसोसिएशन ऑफ रेसीडेंट डॉक्टर्स (MARD) सामने आ गया है। MARD ने अपना समर्थन पत्र भेजा है। और उन्होंने पत्र में लिखा है कि हड़ताल कर रहे सभी जूनियर डॉक्टरों की मांगे जायज है।
भोपाल। मध्यप्रदेश में जूडा की हड़ताल को 6 दिन हो रहे हैं। हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी जूनियर डॉक्टर अब तक काम पर नहीं लौटे हैं। लेकिन अब सरकार ने अपनी कमर कसते हुए जूडो पर कार्यवाही करना शुरु कर दिया है। इस्तीफा देने वाले जीएमसी के 28 जूनियर डॉक्टरों के इस्तीफे सरकार ने मंजूर कर लिए है। लेकिन सरकार ने इन्हें बॉन्ड के 30-30 लाख रुपये भरने के निर्देश दिए हैं।
इसे भी पढ़ें: अंकुर कार्यक्रम में बोले CM शिवराज, पौधरोपण के माध्यम से लें धरती की सेवा का संकल्प
वहीं जूनियर डॉक्टरों के समर्थन में अब महाराष्ट्र एसोसिएशन ऑफ रेसीडेंट डॉक्टर्स (MARD) सामने आ गया है। MARD ने अपना समर्थन पत्र भेजा है। और उन्होंने पत्र में लिखा है कि हड़ताल कर रहे सभी जूनियर डॉक्टरों की मांगे जायज है। MARD ने प्रदेश की सरकार से जूनियर डॉक्टरों के ऊपर बगैर कोई कार्रवाई किए उनकी मांगों को पूरा करने का आग्रह किया है।
इसे भी पढ़ें: MP में स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सुदृढ़ बनाने के लिए 978 नर्सों की नियुक्तियाँ
बता दें जूनियर डॉक्टर अपनी 6 मांगों को लेकर 31 मई से हड़ताल पर हैं। कोविड के इस कठिन काल में डॉक्टरों की हड़ताल को कोर्ट ने नाजायज करार दिया था। और निर्देश दिए थे कि जूडा को काम पर 24 घंटे के भीत लौटना है। कोर्ट ने ये भी कहा था कि अगर वे काम पर नहीं लौटते हैं तो सरकार उन पर सख्त कार्यवाही कर सकती है।
अन्य न्यूज़