मध्य प्रदेश के रीवा कमिश्नर ने मास्क न लगाने पर लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री पर लगाया जुर्माना

Rewa commissioner

कमिश्नर रीवा ने इस दौरान कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए किए गए लॉकडाउन में कई प्रतिबंधात्मक आदेश लागू किए गए हैं। इन आदेशों का संबंध सबकी स्वास्थ्य रक्षा तथा जीवन रक्षा से है। हर व्यक्ति को लॉकडाउन के नियमों और निर्देशों का पालन करना चाहिए तभी कोरोना से बचाव हो सकेगा।

रीवा। मध्य प्रदेश के रीवा जिले में निरीक्षण के दौरान एक अधिकारी को मास्क न लगाना भारी पड़ गया। दरआसल रीवा संभाग के कमिश्नर डॉ.अशोक कुमार भार्गव ने संजय गांधी हास्पिटल में निर्माणाधीन वायरोलॉजिकल डायग्नोस्टिक लैब निर्माण का निरीक्षण के दौरान एक कार्यपालक यंत्री पर यह जुर्माना लगाया। निरीक्षण के समय कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग नरेन्द्र शर्मा कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए मास्क नहीं पहने हुए थे। कमिश्नर ने इस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए उन पर सौ रूपए का जुर्माना लगा दिया और जुर्माने की राशि भारतीय रेडक्रास संस्था रीवा में जमा करायी गई। 

इसे भी पढ़ें: माउंट एवरेस्ट जीतने वाली मध्य प्रदेश की मेघा परमार ने बांटे मास्क, एक साल पहले आज ही के दिन जीता था माउंट एवरेस्ट

कमिश्नर रीवा ने इस दौरान कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए किए गए लॉकडाउन में कई प्रतिबंधात्मक आदेश लागू किए गए हैं। इन आदेशों का संबंध सबकी स्वास्थ्य रक्षा तथा जीवन रक्षा से है। हर व्यक्ति को लॉकडाउन के नियमों और निर्देशों का पालन करना चाहिए तभी कोरोना से बचाव हो सकेगा। सभी अधिकारी तथा कर्मचारी अपने कार्य स्थल में मास्क अथवा फेस कवर का अनिवार्य रूप से उपयोग करें। घर से बिना मास्क लगाये बाहर निकलना दण्डनीय अपराध है। जिसके बाद मौके पर उपस्थित डीन डॉ. एपीएस गहरवार ने कार्यपालन यंत्री नरेन्द्र शर्मा को तत्काल मास्क उपलब्ध कराया। वही संभागायुक्त डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने सभी अधिकारियों-कर्मचारियों को लॉकडाउन के निर्देशों का पालन करने के निर्देश दिए। उन्होंने आम जनता से भी घर से बहुत आवश्यक कार्य होने पर ही बाहर निकलने तथा मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करने की अपील की।

इसे भी पढ़ें: मध्य प्रदेश सरकार का श्रमिकों को तोहफा, 'श्रम सिद्धि' अभियान में हर मजदूर को मिलेगा काम

वही रीवा रेडक्रास संस्था के अध्यक्ष दिवाकर सिंह परिहार ने संभागायुक्त डॉ. अशोक भार्गव का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए उनकी भूरी-भूरी प्रशंसा की है। दिवाकर सिंह परिहार ने कहा कि कमिश्नर डॉ. अशोक भार्गव ने शासकीय अधिकारी पर जुर्माना लगाकर एक मिशाल पेश की है। उन्होनें आम जनता और सरकारी अधिकारीयों में भेद-भाव के लगने वाले आरोपों को झुठलाते हुए एक कर्मयोगी की तरह व्यवहार किया है और मानव सेवा के लिए रेडक्रॉस जैसी सामाजिक संस्था को वह प्रोत्साहित करते रहते है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़