संध्या मुखर्जी ने पद्म श्री सम्मान की पेशकश को स्वीकार करने से मना किया

Sandhya Mukherjee

गायिका की बेटी सौमी सेनगुप्ता ने कहा कि मुखर्जी ने दिल्ली से फोन करने वाले वरिष्ठ अधिकारी से कहा कि वह गणतंत्र दिवस सम्मान सूची में पद्म श्री के लिए नामित होने को तैयार नहीं हैं।

कोलकाता|  मशहूर गायिका संध्या मुखर्जी उर्फ संध्या मुखोपाध्याय ने मंगलवार को पद्म श्री सम्मान की पेशकश को स्वीकार करने से मना कर दिया। केंद्र सरकार के अधिकारियों ने सम्मान के लिए उनकी सहमति की खातिर उनसे टेलीफोन पर संपर्क किया था।

गायिका की बेटी सौमी सेनगुप्ता ने कहा कि मुखर्जी ने दिल्ली से फोन करने वाले वरिष्ठ अधिकारी से कहा कि वह गणतंत्र दिवस सम्मान सूची में पद्म श्री के लिए नामित होने को तैयार नहीं हैं।

उनकी सहमति के लिए उनसे संपर्क किया गया था। सेनगुप्ता ने कहा, 90 साल की उम्र में, लगभग आठ दशकों से अधिक के गायन करियर के साथ, पद्म श्री के लिए चुना जाना उनके लिए अपमानजनक है।

गायिका की बेटी ने कहा, पद्म श्री किसी जूनियर कलाकार के लिए अधिक योग्य है, न कि गीताश्री संध्या मुखोपाध्याय के लिए। उनका परिवार और उनके गीतों के सभी प्रेमी भी यही महसूस करते हैं।

कई लोगों ने गायिका के इस फैसले का समर्थन किया है। वह एस डी बर्मन, अनिल विश्वास, मदन मोहन, रोशन और सलिल चौधरी सहित कई हिंदी फिल्म संगीत निर्देशकों के लिए भी गाना गा चुकी हैं। उन्हें `बंग बिभूषण`समेत कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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