संघ के हमेशा यही विचार थे, लेकिन पहले ‘गुमराही गैंग’ का दुष्प्रचार हावी था: नकवी

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केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत की ताजा टिप्पणी को लेकर सोमवार को कहा कि संघ का हमेशा यही विचार रहा है, लेकिन पहले ‘गुमराही गैंग’ का दुष्प्रचार हावी था और अब संघ की सकारात्मक छवि बनती देख यह ‘गैंग’ बौखला गया है।

नयी दिल्ली। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत की ताजा टिप्पणी को लेकर सोमवार को कहा कि संघ का हमेशा यही विचार रहा है, लेकिन पहले ‘गुमराही गैंग’ का दुष्प्रचार हावी था और अब संघ की सकारात्मक छवि बनती देख यह ‘गैंग’ बौखला गया है। उन्होंने यह भी कहा कि भागवत के बयान से समाज में जहां कहीं भी भ्रम की स्थिति होगी, वहां स्पष्टता का रास्ता साफ होगा। गौरतलब है कि भागवत ने रविवार को कहा कि सभी भारतीयों का डीएनए एक है और मुसलमानों को ‘‘डर के इस चक्र में’’ नहीं फंसना चाहिए कि भारत में इस्लाम खतरे में है।

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उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग मुसलमानों से देश छोड़ने को कहते हैं, वे खुद को हिन्दू नहीं कह सकते। वह राष्ट्रीय मुस्लिम मंच द्वारा यहां ‘हिन्दुस्तानी प्रथम, हिन्दुस्तान प्रथम’ विषय पर आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि लोगों में इस आधार पर अंतर नहीं किया जा सकता कि उनका पूजा करने का तरीका क्या है। भागवत के बयान पर नकवी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘संघ को जो विचार है और जो संघ की सोच है वह हमेशा ऐसी ही रही है। उसकी सोच सद्भाव, भाईचारा और राष्ट्रवाद से भरपूर है। लेकिन पहले उनके विचार एक तरफ थे और उनके विरोधियों के दुष्प्रचार दूसरी तरफ थे। उनके विचारों पर विरोधियों के दुष्प्रचार हावी होते रहे।

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उसका प्रमुख कारण यह था कि संघ के लोगों ने प्रचार करने पर ध्यान नहीं दिया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ पिछले कुछ वर्षों से संघ के लोगों के कार्यक्रम सार्वजनिक रूप से होते हैं और लोग उनके विचार और उनके काम को देख और समझ पा रहे हैं।’’ नकवी ने विरोधी नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘ पहले भी संघ के लोगों ने सेवा के माध्यम से समाज के तानेबाने को एकजुट करने के लिए बहुत काम किए हैं। लेकिन ‘भारत बैशिंग ब्रिगेड’ और ‘गुमराही गैंग’ ने न सिर्फ भारत में बल्कि दुनिया में संघ का हौव्वा खड़ा करके भाईचारे और सामाजिक तानेबाने को छिन्नभिन्न करने का षड्यंत्र किया।’’

उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह और एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की ओर से आरएसएस और भाजपा पर निशाना साधे जाने को लेकर पलटवार करते हुए कहा कि आरएसएस की सकारात्मक छवि से ये नेता बौखला गए हैं। नकवी ने इस बात पर जोर दिया, ‘‘आज जब संघ की छवि लोगों की नजर में सकारात्मक दिखाई दे रही है तो जो ‘नेगेटिव पिक्चर के पेंटर’ थे उनमें बौखलाहट का शोर ज्यादा दिखाई देता है। अब ये लोग बेनकाब हो गए हैं। ये लोग बौखलाहट भरी बयानबाजी कर रहे हैं। मुझे नहीं लगता कि इनके बयानों का कोई असर होगा।’’ भीड़ द्वारा पीट-पीटकर मार डालने की घटनाओं पर नकवी ने कहा, ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण है कि किसी आपराधिक कृत्य को सांप्रदायिक घटना बनाने में भी ऐसे ही ‘भारत बैशिंग ब्रिगेड’ और ‘गुमराही गैंग’ ने भूमिका अदा की है।

आपराधिक घटना तो आपराधिक घटना होती है। ऐसी घटना को सांप्रदायिक घटना के तौर पर नहीं पेश किया जाए। ऐसी आपराधिक घटना पर कार्रवाई होनी चाहिए। यही बात मोहन भागवत जी ने कही है।’’ यह पूछे जाने पर कि क्या भागवत के बयान से मुस्लिम समुदाय में सकारात्मक संदेश जाएगा तो अल्पसंख्यक कार्य मंत्री ने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि उन्होंने किसी समुदाय या किसी पार्टी को खुश करने के लिए यह बात की है। उन्होंने वही बात की है जो संघ का हमेशा से विचार रहा है। इससे समाज के कुछ लोगों में जो भ्रम था, उसमें स्पष्टता का रास्ता साफ होगा।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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