असम के वरिष्ठ मंत्री की पत्नी ने राजनीतिक विवादों में परिवारों को घसीटने की आलोचना की

साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित लेखिका और भाजपा के वरिष्ठ नेता व मंत्री चंद्र मोहन पटवारी की पत्नी रीता चौधरी ने राजनीतिक बयानबाजी में परिवार के सदस्यों को घसीटने की नयी प्रवृत्ति की आलोचना की।
ऐसे समय में जब असम के शीर्ष प्रतिद्वंद्वी राजनीतिक नेता एक-दूसरे के परिवारों को लेकर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं, एक वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री की पत्नी ने राजनीतिक विवादों में पत्नियों और बच्चों को घसीटने की इस प्रवृत्ति की निंदा की है।
नेशनल बुक ट्रस्ट, इंडिया की पूर्व निदेशक, साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित लेखिका और भाजपा के वरिष्ठ नेता व मंत्री चंद्र मोहन पटवारी की पत्नी रीता चौधरी ने राजनीतिक बयानबाजी में परिवार के सदस्यों को घसीटने की नयी प्रवृत्ति की आलोचना की।
उन्होंने बृहस्पतिवार को फेसबुक पर एक पोस्ट में लिखा, मैं परिवार के सदस्यों को अनावश्यक रूप से राजनीति में घसीटने की सभी निम्न मानसिकता वाली प्रवृत्तियों का विरोध करती हूं।
एक असमिया साहित्यिक पत्रिका की संपादक चौधरी ने कहा, मुझे उम्मीद है कि हमारे समाज में यह नयी नकारात्मक प्रवृत्ति जल्द ही खत्म हो जाएगी। असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा और कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई के बीच जारी विवाद के बीच, चौधरी ने यह टिप्पणी की।
शर्मा, गोगोई की ब्रिटिश मूल की पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न के पाकिस्तान से संबंध होने का आरोप लगा रहे हैं और उनके दो बच्चों की नागरिकता पर सवाल उठा रहे हैं, जबकि कांग्रेस नेता ने शर्मा की पत्नी और बच्चों के नाम पर किये जाने वाले व्यापारिक लेनदेन पर सवाल उठाए हैं।
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