रघुवंश प्रसाद ने लालू को लिखा पत्र, चुनाव से पहले सामने आया पार्टी का अंदरुनी कलह
राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह द्वारा पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद को लिखे गए पत्र के माध्यम से अंदरुनी कलह सामने आ गया। पत्र में रघुवंश ने लिखा कि ‘संगठन के बिना संघर्ष और संघर्ष के बिना संगठन’ मजबूत नहीं होता।
पटना। बिहार की प्रमुख विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह द्वारा पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद को लिखे गए पत्र के माध्यम से रविवार को अंदरुनी कलह सामने आ गया। राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह की कार्यशैली पर सवाल उठाते रहे रघुवंश ने पार्टी प्रमुख को 9 जनवरी को लिखे पत्र में कहा है कि बिहार विधानसभा चुनाव में अब कुछ 250-300 दिन का ही समय बचा है, लेकिन अभी तक पार्टी की बूथ स्तरीय, पंचायत, प्रखंड, जिला, राज्य और राष्ट्रीय समिति का भी गठन नहीं हुआ है। उन्होंने पत्र की एक प्रति बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता और राजद के अगले प्रमुख के रुप में देखे जा रहे तेजस्वी प्रसाद यादव और जगदानंद को भी भेजी है।
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उन्होंने कहा है कि ‘संगठन के बिना संघर्ष और संघर्ष के बिना संगठन’ मजबूत नहीं होता। रघुवंश ने आगे लिखा है कि देश और प्रदेश की जो परिस्थिति है उससे स्पष्ट है कि सिवाय लड़ाई के दूसरा रास्ता नहीं बचा। राजद के सामने चुनौतियां जबरदस्त हैं लेकिन पार्टी में इसको लेकर विमर्श तक नहीं हो रहा। उन्होंने लिखा है कि सत्ताधारी दल (जदयू और भाजपा) प्रतिदिन विपक्ष पर निशाना साधते हैं, लेकिन हम उन्हें जवाब देना तो दूर, उसपर विमर्श भी नहीं करते।
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रघुवंश ने कहा कि महागठबंधन का सबसे बड़ा घटक दल होने के नाते अन्यों को साथ लेकर चलने की जिम्मेदारी हमारी है। उनका इशारा जगदनांद द्वारा महागठबंधन के भीतर निर्णय को लेकर घटक दलों की एक कोर कमेटी बनाने की मांग ठुकराए जाने की ओर था।
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