MP बाढ़: स्थानीय लोगों ने केंद्रीय मंत्री का किया घेराव, श्योपुर जिले के कलेक्टर एवं एसपी का हुआ तबादला

मध्य प्रदेश सरकार ने अपने आदेश में उनके तबादले करने का कोई कारण नहीं बताया है। तोमर शनिवार को जब बाढ़ पीड़ितों से मिलने श्योपुर शहर के कराटिया बाजार पहुंचे थे तो गुस्साए लोगों ने उनका मजाक उड़ाया और कहा कि वह बहुत देर से यहां आए हैं।
भोपाल। मध्य प्रदेश के श्योपुर शहर में बाढ़ ग्रस्त इलाके का दौरा करते समय केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का नाराज स्थानीय लोगों द्वारा घेराव करने एवं उनके काफिले पर कीचड़ फेंकने के एक दिन बाद रविवार को प्रदेश सरकार ने श्योपुर के कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक (एसपी) का तबादला कर दिया है। हालांकि, सरकार ने अपने आदेश में उनके तबादले करने का कोई कारण नहीं बताया है। तोमर शनिवार को जब बाढ़ पीड़ितों से मिलने श्योपुर शहर के कराटिया बाजार पहुंचे थे तो गुस्साए लोगों ने उनका मजाक उड़ाया और कहा कि वह बहुत देर से यहां आए हैं। श्योपुर शहर मुरैना लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है, जिसका प्रतिनिधित्व तोमर करते हैं। चंबल संभाग का श्योपुर शहर सहित पूरा श्योपुर जिला पिछले सात दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
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मध्य प्रदेश सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा रविवार को जारी आदेश में कहा गया है कि श्योपुर जिले के कलेक्टर राकेश कुमार श्रीवास्तव को स्थानांतरण कर राज्य सचिवालय में उप सचिव बनाया गया है, जबकि ग्वालियर नगर निगम के आयुक्त शिवम वर्मा उनके स्थान पर श्योपुर कलेक्टर होंगे। वहीं, मध्य प्रदेश गृह विभाग द्वारा जारी एक अन्य आदेश में कहा गया है कि श्योपुर जिले के पुलिस अधीक्षक सम्पत उपाध्याय का तबादला कर पुलिस मुख्यायल भोपाल में सहायक पुलिस महानिरीक्षक बनाया गया है, जबकि उनके स्थान पर ग्वालियर के सहायक पुलिस महानिरीक्षक अनुराग सुजानिया श्योपुर जिले के पुलिस अधीक्षक होंगे।
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प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि श्योपुर शहर में शनिवार को तोमर के वाहनों के काफिले पर कुछ लोगों ने कीचड़ और छोटी सूखी लकड़ियां भी फेंकी थीं। लोगों ने तोमर से शिकायत की थी कि प्रशासन ने बाढ़ के बारे में समय पर लोगों को सतर्क नहीं किया और यह जिला प्रशासन की विफलता है। वहीं, संपत उपाध्याय ने कहा था कि लोगों ने मंत्री से शिकायत की कि उन्हें राहत देर से पहुंची। उपाध्याय ने कहा कि तोमर के काफिले का कोई वाहन क्षतिग्रस्त नहीं हुआ। बाद में पत्रकारों से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री तोमर ने स्वीकार किया था कि प्रशासन ने ढिलाई बरती, लेकिन यह भी कहा कि एक बांध टूटने की अफवाह ने भी समस्या पैदा की। उन्होंने आश्वासन दिया कि श्योपुर जिले को हर तरह की सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। मध्य प्रदेश के ग्वालियर व चंबल संभागों में मूसलाधार बारिश के कारण पिछले सात दिनों से आई बाढ़ से कम से कम 24 लोगों की मौत हुई है और हजारों लोगों को बाढ़ से प्रभावित इलाकों से सुरक्षित निकाला गया।
Madhya Pradesh | Sheopur district collector Rakesh Srivastava, and Superintendent of Police, Sampat Upadhyay have been transferred until further orders. pic.twitter.com/ioc9EQNV1M
— ANI (@ANI) August 8, 2021
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