2 दिन में 2 संकेत, क्या शिवपाल यादव बीजेपी में नहीं जा रहे हैं?

Shivpal Yadav
ANI
अजय कुमार । Apr 18 2022 4:02PM

भतीजे अखिलेश यादव से नाराज चल रहे शिवपाल यादव जिस तरह से बीजेपी के दिग्गज नेताओं से मुलाकात करके भाजपा की तरफ पींगे बढ़ा रहे थे,अब उस पर ग्रहण लग गया है।

प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के चचा शिवपाल यादव के बीजेपी में जाने की अटकलों के बीच शिवपाल यूटर्न लेते हुए योगी सरकार पर हमलावर हो गए हैं। शिवपाल ने बीजेपी के खिलाफ एक के बाद एक ट्विट करके अपने इरादे साफ कर दिए। भतीजे अखिलेश यादव से नाराज चल रहे शिवपाल यादव जिस तरह से बीजेपी के दिग्गज नेताओं से मुलाकात करके भाजपा की तरफ पींगे बढ़ा रहे थे,अब उस पर ग्रहण लग गया है। शिवपाल के बीजेपी विरोधी कई ट्विट आने से अटकलें लगनी शुरू हो गई हैं कि शिवपाल के लिए बीजेपी ने अभी तक अपने दरवाजे नहीं खोले हैं। जिससे शिवपाल नाराज हो गए हैं। शिवपाल की नाराजगी की खबरें आने के बाद उनका अगला कदम क्या होगा, इस पर सस्पेंस बरकरार है। वैसे राजनीति के कुछ जानकार यह भी कह रहे हैं कि सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने एक बार फिर शिवपाल और अखिलेश के बीच पैचअप करा दिया है।

इसे भी पढ़ें: देश में हो रही धार्मिक जुलूस के दौरान हिंसा, भाजपा की चुनावी जीत से बौखलाए लोगों की 'हताशा' : नड्डा

दरअसल, भारतीय जनता पार्टी में जाने की अटकलों के बीच शिवपाल यादव ने दो दिन में दो ऐसे संकेत दिए हैं, जिससे उनका बीजेपी के खिलाफ और सपा के पक्ष में रुख बदलता नजर आ रहा है। शिवपाल ऐसे समय पर यूटर्न लेते दिख रहे हैं, जबकि हाल ही में वह समान नागरिक संहिता जैसे मुद्दे का समर्थन कर चुके हैं, जो भाजपा का कोर अजेंडा है। रविवार को जसवंतनगर में एक कार्यक्रम में पहुंचे शिवपाल यादव ने सपा के शासन की तारीफ की तो भाजपा पर सवाल खड़े किए। टैबलेट वितरण कार्यक्रम में शिवपाल ने कहा कि सपा सरकार में बिजली की समस्या नहीं रहती थी। आज बिजली कब आती और कब जाती कुछ पता नहीं रहता। अखिलेश से मतभेदों के बीच शिवपाल का यह बयान अहम माना जा रहा है। शिवपाल ने योगी सरकार की लैपटॉप वितरण योजना को सराहा पर भाजपा पर कटाक्ष भी किया। कहा कि आज लोगों को बिजली का ज्यादा बिल देना पड़ रहा है। शासन को चाहिए कि वह गरीबों और पिछड़ों को फ्री बिजली मुहैया कराए।

इसे भी पढ़ें: बारातियों से भरी जीप और ट्रक के बीच भीषण टक्कर में छह लोगों की मौत

बात यहीं नहीं थमी दूसरे दिन सोमवार को शिवपाल यादव की ओर सुप्रीम कोर्ट की तारीफ किए जाने के बाद भी इसके मायने तलाशे जा रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने अपने दो अहम फैसलों में आजम खान को राहत दी थी तो दूसरी तरफ लखीमपुर खीरी में किसानों को जीप से कुचलने के आरोपी और केंद्रीय मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा की जमानत रद्द कर दी थी। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के कुछ देर बाद शिवपाल ने ट्वीट करते सुप्रीम कोर्ट की निष्पक्षता की तारीफ की। उन्होंने बिना किसी फैसले का जिक्र करते हुए कहा कि इसलिए सर्वाेच्च न्यायालय सर्वाेच्च है। सर्वाेच्च न्यायालय की असंदिग्ध स्वतंत्रता, निष्पक्षता और स्वायत्तता को नमन। भारत की न्याय व्यवस्था अम्मीद की एक किरण है। इस बीच मीडिया रिपोर्ट्स में जौहर यूनिवर्सिटी से जुड़े केस में आजम खान को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने की भी बात कही गई है। माना जा रहा है कि शिवपाल का ट्वीट आजम खान से जुड़े फैसले को लेकर भी हो सकता है या फिर दोनों ही फैसलों के संदर्भ में उन्होंने यह बात कही है। हालांकि, दोनों ही फैसलों से भाजपा सरकार को झटका लगा है और ऐसे में शिवपाल का यह ट्वीट भाजपा सरकार पर निशाना के रूप में ही देखा जा रहा है।

इसे भी पढ़ें: लखीमपुर कांड: आशीष मिश्रा को बड़ा झटका, सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की बेल, 1 हफ्ते में सरेंडर करने को कहा

लब्बोलुआब यह है कि बीजेपी शिवपाल यादव को साथ लाने में काफी फूंक-फूंक कर कदम रख रही है,वह नहीं चाहती है कि शिवपाल को पार्टी में लिए जाने के बाद कोई बघेड़ा खड़ा हो।फिर सबसे बड़ी बात यह है कि शिवपाल जैसे नेताओं को पार्टी में शामिल किए जाने से हमेशा यह खतरा बना रहता है कि कब यह भावनाओं में बहकर पार्टी से बगावत नहीं कर दें। बीजेपी छोड़ने वाले स्वामी प्रसाद मौर्या इसकी सबसे बड़ी मिसाल है,स्वामी के बीजेपी छोड़ते ही उनकी पुत्री और बीजेपी की सांसद संघप्रिया मौर्या भी बीजेपी के खिलाफ जहर उगलने लगी हैं।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़