एसआईटी जांच से करूर भगदड़ का सच सामने आएगा : तमिलनाडु के मुख्यमंत्री

CM Stalin
ANI

मद्रास उच्च न्यायालय ने तीन अक्टूबर 2025 को वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी असरा गर्ग के नेतृत्व में एक एसआईटी गठित करने का आदेश दिया, जो 27 सितंबर को करूर में अभिनेता विजय की रैली के दौरान हुई भगदड़ की जांच करेगा।

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने शनिवार को कहा कि मद्रास उच्च न्यायालय के आदेश के आधार पर गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) करूर भगदड़ की जांच शुरू करेगा, जिससे पूरी सच्चाई सामने आएगी तथा हर स्तर पर जवाबदेही तय होगी।

करूर घटना को लेकर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप के खिलाफ अपील करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भगदड़ रोकने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार की जाएगी। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु सरकार करूर त्रासदी पर उच्च न्यायालय के सभी दिशानिर्देशों पर ध्यान देते हुए काम कर रही है।

मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘करूर में हुई त्रासदी से हम सभी स्तब्ध हैं।’’ उन्होंने कहा कि अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों के आंसू देखकर उन्हें बहुत दुख हुआ। उच्च न्यायालय के आदेश के आधार पर गठित एसआईटी मामले की जांच शुरू करेगी।

स्टालिन ने कहा कि वह मुख्यमंत्री होने के नाते लोगों को आश्वस्त कर रहे हैं कि ‘‘इस जांच के माध्यम से पूरी सच्चाई सामने आएगी और सभी स्तरों पर जवाबदेही तय की जाएगी।’’ उन्होंने कहा कि तमिलनाडु, जो कई क्षेत्रों में देश के बाकी हिस्सों के लिए एक आदर्श है, भगदड़ रोकने में भी देश का मार्गदर्शन करेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हम हितधारकों के परामर्श से एक व्यापक मानक संचालन प्रक्रिया तैयार करेंगे।’’ उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों, राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों, कार्यकर्ताओं और राज्य भर के आम लोगों से परामर्श किया जाएगा। स्टालिन ने कहा, ‘‘यह (भगदड़ रोकने के लिए) एक ऐसा मॉडल बनेगा, जिसका अनुसरण केवल तमिलनाडु ही नहीं, बल्कि पूरा देश कर सकता है।’’

उन्होंने कहा कि इस त्रासदी की पृष्ठभूमि में, ‘‘आइए हम राजनीतिक उद्देश्यों से एक-दूसरे पर दोषारोपण किए बिना दीर्घकालिक समाधान की ओर बढ़ें।’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि वह मानक संचालन प्रक्रिया तैयार करके भगदड़ रोकने के सामूहिक प्रयास के लिए विचारों और सुझावों का स्वागत करते हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘आइए हम अपने लोगों की जान बचाने के लिए एकजुट हों और ऐसी त्रासदी को न केवल तमिलनाडु में, बल्कि देश भर में फिर से होने से रोकें!’’ मद्रास उच्च न्यायालय ने तीन अक्टूबर 2025 को वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी असरा गर्ग के नेतृत्व में एक एसआईटी गठित करने का आदेश दिया, जो 27 सितंबर को करूर में अभिनेता विजय की रैली के दौरान हुई भगदड़ की जांच करेगा। भगदड़ में 41 लोगों की मौत हो गई थी और 60 से अधिक लोग घायल हो गए।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


All the updates here:

अन्य न्यूज़