सीधी बस दुर्घटना में अब तक 46 लोगों की मौत, केन्द्र और राज्य सरकार ने किया आर्थिक सहायता का ऐलान

 bus accident
दिनेश शुक्ल । Feb 16 2021 8:55PM

मुख्यमंत्री के निर्देश पर बाणसागर नहर का पानी तत्काल रोका गया। क्रेन की मदद से दुर्घटना ग्रस्त बस को बाहर निकाला गया। राहत और बचाव दल ने दुर्घटना में मृत 46 व्यक्तियों के शव बरामद किये। दुर्घटना स्थल पर सांसद रीति पाठक, विधायक शरदेन्दु तिवारी एवं विधायक तथा पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल ने राहत तथा बचाव कार्य की निगरानी की एवं मृतकों के परिजनों को सांत्वना दी है।

सीधी। मध्य प्रदेश में सीधी जिले के सरदा पटना गांव में मंगलवार को सुबह सीधी से सतना जा रही बस के अनियंत्रित होकर नहर में गिर गई। जिला प्रशासन ने इस दुर्घटना में 46 यात्रियों की दु:खद मौत होने और ग्रामीणों तथा बचाव दल ने 7 व्यक्तियों को सुरक्षित निकालने की पुष्टि की है। जिला प्रशासन के मुताबिक, राहत एवं बचाव कार्य जारी है, मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है। 

 

इसे भी पढ़ें: राजगढ़ के खिलचीपुर में 60 लीटर जहरीली शराब सहित युवक गिरफ्तार

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि यह घटना मेरे लिए अत्यंत दु:खद है। मन बहुत व्यथित और दु:खी है। सात व्यक्तियों को रेस्क्यू कर बचा लिया गया है। राहत कार्य लगातार जारी है। शव नहर से निकाले जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्माओं को भाव पूर्ण श्रद्धांजलि दी और ईश्वर से उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान देने की प्रार्थना की है। मुख्यमंत्री चौहान ने बताया कि प्रत्येक मृतक के परिवार को केन्द्र सरकार की ओर से 02 लाख रूपये तथा राज्य सरकार की ओर से 05 लाख रूपये की सहायता राशि प्रदान की जा रही है।  दु:ख की घड़ी में हम पीडितों के परिजनों के साथ हैं। पूरा प्रदेश उनके साथ खड़ा है। मेरी सबसे अपील है कि धैर्य रखें। मैं, राज्य सरकार और पूरी जनता आपके साथ है।

 

इसे भी पढ़ें: मध्य प्रदेश के रतलाम में ट्रक की टक्कर से कार सवार तीन लोगों की मौत

मुख्यमंत्री की ओर से जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट तथा अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री राम खेलावन पटेल रीवा हवाई पट्टी में उतर कर दोपहर 2.40 बजे दुर्घटना स्थल पहुंचे। दोनों मंत्रियों ने दुर्घटना स्थल पर राहत और बचाव कार्य की समीक्षा की। इसके बाद मंत्री सिलावट तथा राज्य मंत्री पटेल ने दुर्घटना के शिकार व्यक्तियों के परिजनों से भेंटकर उन्हें सांत्वना दी तथा शोक व्यक्त किया। इस दौरान जल संसाधन मंत्री ने कहा कि घटना बहुत ही दु:खद तथा दुर्भाग्य पूर्ण है। दुर्घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिये गये हैं। दुर्घटना पीडितों को हर संभव सहायता दी जायेगी। दु:ख की इस घड़ी में सरकार और प्रशासन पीडितों के साथ है।

 

इसे भी पढ़ें: कमलनाथ का २० फरवरी को प्रदेशव्यापी बंद का आवाहन

दुर्घटना में मृत व्यक्तियों के अंतिम संस्कार के लिए जिला प्रशासन सीधी की ओर से 10-10 हजार रुपये की सहायता राशि मृतकों के परिजनों को नगद दी गयी। वही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दुर्घटना में घायल लोगोंं को 50 हजार रूपए की सहायता राशि उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए है। बस दुर्घटना की सूचना मिलते ही रीवा संभाग के कमिश्नर राजेश कुमार जैन, आईजी उमेश जोगा तथा डीआईजी अनिल सिंह कुशवाह तत्काल दुर्घटना घटना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने राहत तथा बचाव कार्य की सतत निगरानी की। पुलिस होमगार्ड तथा एनडीआरएफ की टीमों ने राहत एवं बचाव कार्य किया।

 

इसे भी पढ़ें: अशिक्षित रूपन बाई ने स्कूल के लिए दी मुफ्त में जमीन, ताकि कोई इनकी तरह न रहे शिक्षा से वंचित

मुख्यमंत्री के निर्देश पर बाणसागर नहर का पानी तत्काल रोका गया। क्रेन की मदद से दुर्घटना ग्रस्त बस को बाहर निकाला गया। राहत और बचाव दल ने दुर्घटना में मृत 46 व्यक्तियों के शव बरामद किये। दुर्घटना स्थल पर सांसद रीति पाठक, विधायक शरदेन्दु तिवारी एवं विधायक तथा पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल ने राहत तथा बचाव कार्य की निगरानी की एवं मृतकों के परिजनों को सांत्वना दी है। दुर्घटना पीड़ितों को सहायता देने एवं राहत तथा बचाव कार्य संपन्न कराने के लिए कलेक्टर सीधी रवीन्द्र कुमार चौधरी, कलेक्टर सतना अजय कटेसरिया, कलेक्टर रीवा डॉ. इलैयाराजा टी, एसपी सीधी पंकज कुमवात, एसपी रीवा राकेश कुमार सिंह, एसपी सतना धर्मवीर सिंह दुर्घटना स्थल पर मौजूद रहे। दुर्घटना पीडि़तों को सहायता देने के लिए डॉक्टरों का दल तैनात रहा।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़