आर्थिक सुधारों के लिए केंद्र सरकार की रियायत को समाजवादी रघु ठाकुर ने बताया राजसत्ता और पूंजीपतियों का षणयंत्र

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दिनेश शुक्ल । Aug 24 2019 6:19PM

मीडिया में पिछले करीब एक महीने से लगातार ऑटो सेक्टर के डूबने और बेरोजगारी की खबरें लगातार प्रकाशन के साथ ही दिखाई दे रही थी। सोशल मीडिया पर भी इसको लेकर एक मुहिम खड़ी की जा रही थी। जिसके बाद केंद्र की मोदी सरकार ने त्योहारी सीजन से पहले बाजार में सुधार के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 32 उपाय सुझाए हैं। जिसके तहत ऑटो सेक्टर, हाउसिंग फाइनेंस और बैंकों के लिए रियायत भरी घोषणाएं की गई हैं।

मीडिया और सोशल मीडिया पर लगातार मंदी और अर्थव्यवस्था को लेकर आ रही खबरों के बीच केंद्र की मोदी सरकार ने कई बड़ी रियासतों की घोषणा की है। जिसको लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने  बाजार में नकदी बढ़ाने के लिए सरकारी बैंकों को 70 हजार करोड़ रुपए दिए जाने की घोषणा की। वही इंफ्रा और हाउसिंग सेक्टर को भी 20 हजार करोड़ रुपए अतिरिक्त देते हुए कुल 30000 करोड़ की मदद दी। वही ऑटो सेक्टर को मंदी से उबरने के लिए ऑटो सेक्टर के लिए राहत की घोषणा की गई। जिसके तहत सरकारी विभागों में वाहन खरीदने पर लगी रोक हटा दी गई। अब सरकार बल्क में नई गाड़ियां खरीद सकेगी। केंद्र सरकार की इन रियायती घोषणाओं के बीच समाजवादी विचारक और लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रघु ठाकुर ने आशंका व्यक्त करते हुए इसे रजनीतिक सत्ता और उद्योगपति कारपोरेट के गठजोड़ के तहत मीडिया द्वारा चलाई गई मुहिम का परिणाम बताया है। उन्होंने इसके पीछे आम जनता और उपभोक्ता को ठगने वाली मुहिम का हिस्सा बताया है। 

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समाजवादी विचारक रघु ठाकुर ने सोशल मीडिया पर लिखा कि "मैंने दो दिन पूर्व ही एक लेख में लिखा था, कि यह जो मंदी का रुदन राग मीडिया के माध्यम से शुरू हुआ है। इसके पीछे राजनीतिक सत्ता उद्योगपति कारपोरेट का गठजोड़ है तथा मीडिया तो अब उनका सेवक है ही। अब शीघ्र ही सरकार रियायतों की मलम पट्टी करेगी। मेरी आशंका आज पुष्ट होकर सामने आ गई। जब आज मीडिया में उद्योग जगत को रियायतों का पिटारा वित्त मंत्री जी ने खोल दिया। वैसे 3 दिन पूर्व प्रधानमंत्री जी की सांकेतिक अनुमति उन्हें मिल चुकी थी। इन्हीं रियासतों को देने के लिए बैंकों को सरकार की ओर से 70000 करोड रुपए दिए गए हैं। अब सरकार पुरानी कारें बदलकर नई कारें खरीदेगी और यह संख्या लाखों में होगी, सुपर रिच पर लगाया गया पर समाप्त कर दिया गया है। अब सेंसेक्स जो कल गिर पड़ा था उठकर खड़ा हो जाएगा। जब-जब कारपोरेट की तिजोड़ी भर्ती है तो सेंसेक्स उछलने लगता है। स्वाभाविक है उन्हीं का खिलौना तो है।"

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मीडिया में पिछले करीब एक महीने से लगातार ऑटो सेक्टर के डूबने और बेरोजगारी की खबरें लगातार प्रकाशन के साथ ही दिखाई दे रही थी। सोशल मीडिया पर भी इसको लेकर एक मुहिम खड़ी की जा रही थी। जिसके बाद केंद्र की मोदी सरकार ने त्योहारी सीजन से पहले बाजार में सुधार के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 32 उपाय सुझाए हैं। जिसके तहत ऑटो सेक्टर, हाउसिंग फाइनेंस और बैंकों के लिए रियायत भरी घोषणाएं की गई हैं।

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