बरेली की लीलौर झील में एक छात्र डूबा; स्थानीय लोगों ने सुरक्षा उपायों की कमी का आरोप लगाया

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ग्रामीणों ने दावा किया कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए झील में नावें लगाई गई थीं, लेकिन 15 अगस्त को परियोजना की शुरुआत के दौरान दिए गए आश्वासन के बावजूद, न तो नाविक और न ही गोताखोर तैनात किए गए।

 बरेली जिले की ऐतिहासिक लीलौर झील में नहाते समय 14 वर्षीय एक लड़के की डूबकर मौत हो गई। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। स्थानीय लोगों ने इस घटना के लिए प्रशिक्षित नाविकों और गोताखोरों की अनुपस्थिति को जिम्मेदार ठहराया।

जितेंद्र उर्फ भोला नाम के लड़के का शव बुधवार दोपहर ग्रामीणों ने झील में पाया, जिसे उन्होंने नाव की मदद से किनारे पर लाया। पुलिस ने बताया कि छठी कक्षा का छात्र और चार भाइयों में सबसे छोटा भोला सोमवार को स्कूल से लौटने के बाद नहाने के लिए झील में गया था।

सिरौली थाने के थाना प्रभारी विनोद सिंह ने बताया, मंगलवार को हमें डूबने की घटना की सूचना मिली। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। आंवला की उप जिलाधिकारी (एसडीएम) विदुषी सिंह ने कहा कि परिवार को सरकारी नियमों के अनुसार आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।

ग्रामीणों ने दावा किया कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए झील में नावें लगाई गई थीं, लेकिन 15 अगस्त को परियोजना की शुरुआत के दौरान दिए गए आश्वासन के बावजूद, न तो नाविक और न ही गोताखोर तैनात किए गए। उन्होंने कहा कि पर्यटक अक्सर अपने जोखिम पर नावों का इस्तेमाल करते हैं, और झील के पुनर्विकास के बाद से यह पहली जानलेवा घटना है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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