चुनाव प्रक्रिया को बाधित करना चाहते थे एनकाउंटर में मारे गए आतंकवादी: पुलिस

Jammu Kashmir

जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर नगरोटा के बान इलाके में टोल प्लाजा के पास आज सुबह हुई मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद के चार संदिग्ध आतंकी मारे गए।

श्रीनगर। जम्मू क्षेत्र में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए चार आतंकवादी इस महीने के अंत में होने वाले जिला विकास परिषद (डीडीसी) के चुनावों को प्रभावित करने के लिए कश्मीर घाटी की ओर जा रहे थे। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी देने के साथ ही बताया कि पाकिस्तान हमारी राजनीतिक प्रक्रिया में बाधा डालने की कोशिश कर रहा है। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर नगरोटा के बान इलाके में टोल प्लाजा के पास आज सुबह हुई मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद के चार संदिग्ध आतंकी मारे गए। 

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कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने यहां एक कार्यक्रम के मौके पर संवाददाताओं से कहा,‘‘पिछले कुछ दिनों से पाकिस्तान ने इस तरफ आतंकियों की घुसपैठ कराने और आगामी चुनावों को बाधित करने की कोशिशें बढ़ा दी हैं। इसके लिए जम्मू पुलिस और सुरक्षाबलों ने चार पाकिस्तानियों (आतंकियों) को धराशायी कर अच्छा काम किया है। उनका उद्देश्य चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने के लिए कश्मीर आना था।” आईजीपी ने कहा कि हमें आशंका थी कि आतंकी चुनावों को प्रभावित करने के प्रयास में हैं, लेकिन सुरक्षा बल हालात से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार थे।

उन्होंने कहा,‘‘चाहे कोई चुनाव हो या 15 अगस्त या 26 जनवरी या यहां तक कि कोई महत्वपूर्ण व्यक्ति आ रहा हो, आतंकियों के हमले की आशंकाएं हमेशा बनी रहती हैं, लेकिन हम पूरी तरह से तैयार हैं...हम उम्मीदवारों को सुरक्षा प्रदान कर रहे हैं और उन्होंने कल से चुनाव प्रचार के लिए मैदान में जाना शुरू कर दिया है और डरने की कोई बात नहीं है।” कुमार ने कहा कि हालांकि 28 नवंबर से शुरू होने वाले चुनाव लड़ने वाले प्रत्येक उम्मीदवार को सुरक्षा प्रदान करना मुश्किल था। 

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जब उनसे पूछा गया कि उम्मीदवार आरोप लगा रहे थे कि उन्हें सुरक्षा मुहैया नहीं कराई गई है तो उन्होंने कहा, ‘‘प्रत्येक उम्मीदवार को सुरक्षा प्रदान करना मुश्किल है। हम उन्हें सामूहिक सुरक्षा प्रदान कर रहे हैं और उन्हें सुरक्षित क्षेत्रों में रखा जा रहा है। जब भी कोई उम्मीदवार चुनाव प्रचार के लिए बाहर जाता है, हम उसके साथ दोहरी सुरक्षा प्रदान करते हैं और उसके लिए प्रचार के लिए क्षेत्र को सुरक्षित करते हैं।”

नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार से घुसपैठ करने की ताक में बैठे आतंकियों की संख्या के बारे में पूछे जाने पर आईजीपी ने कहा कि इस बात की जानकारी मिली थी कि करीब 250 आतंकवादी वहां मौजूद हैं, लेकिन पाकिस्तान के मंसूबों को नाकाम करने के लिए सुरक्षा बल चौकन्ने हैं। दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के काकापोरा इलाके में बुधवार को हुए ग्रेनेड हमले के बारे में पूछे जाने पर कुमार ने कहा कि पुलिस ने इस घटना के जिम्मेदार आतंकी की पहचान कर ली है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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